राकेश तिवारी की रिपोर्ट
सलेमपुर, देवरिया। विश्व होम्योपैथी दिवस पर डॉ सैमुअल हैनिमैन की जयंती सोमवार को नगर के ईचौना पश्चिमी वार्ड में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर मनाई गई।
इस दौरान सम्बोधित करते हुए डॉ निशा तिवारी ने कहा कि होम्योपैथी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो मानती है कि शरीर खुद को ठीक कर सकता है। इस विधा के चिकित्सक पौधों व खनिज जैसे प्राकृतिक पदार्थों की थोड़ी मात्रा का उपयोग करते हैं।उनका मानना है कि ये उपचार प्रकिया को उत्तेजित करते हैं। यह बिना नुकसान के मरीजों को ठीक करने की सर्वोत्तम चिकित्सा पद्धति है।
डॉ अशोक कुमार पांडेय ने कहा कि आज होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए विश्व होम्योपैथी दिवस इसके संस्थापक डॉ सैमुअल हैनिमैन के जन्मदिन के अवसर पर पूरी दुनिया में मनाया जाता है।
कार्यक्रम को ज्ञानेश्वर शुक्ला, हैपी, डॉ धर्मेन्द्र पांडेय, दिनेश कुमार, सत्यम पांडेय, गणेश मिश्र, चंद्रकांत तिवारी, बंटी, कल्पना यादव, डॉ नरेन्द्र यादव, राजेश कुशवाहा, मुन्नानाथ तिवारी आदि ने सम्बोधित किया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."