सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने 12वीं कक्षा के सिलेबस में कुछ बड़े बदलाव किए हैं। इसमें मुगलों (NCERT Mughals) से जुड़े अध्यायों के अलावा सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, विष्णु खरे और सुमित्रानंदन पंत की कविता भी कोर्स से हट गई हैं। इसमें फिराक गोरखपुरी गजल और ‘अंतरा भाग दो’ से सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की ‘गीत गाने दो मुझे’ नहीं पढ़ सकेंगे। पूरे मामले पर अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर सवाल उठाए हैं।
इस मामले को लेकर सपा प्रमुख ने एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में लिखा की ‘राम की शक्तिपूजा’ जैसी कालजयी रचना के लेखक सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ जी की एक रचना को NCERT के पाठ्यक्रम से हटाया जाना अत्यंत आपत्तिजनक है। भाजपा सरकार स्पष्टीकरण दे और तुरंत उप्र के अन्य कवियों की भी हटायी गयी रचनाओं को फिर से शामिल करवाए।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने शैक्षिक सत्र 2023-24 से इंटरमीडिएट में चलने वाली ‘आरोह भाग दो’ में कई परिवर्तन किए हैं। इसमें फिराक गोरखपुरी गजल और ‘अंतरा भाग दो’ से सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की ‘गीत गाने दो मुझे’ नहीं पढ़ सकेंगे। इसके अलावा विष्णु खरे की एक काम और सत्य को भी एनसीईआरटी ने ‘अंतरा भाग दो’ से हटा दिया है।
12वीं के इतिहास की किताब से मुगल दरबार को हटाया गया
एनसीईआरटी की ओर से किए गए बदलाव में 12वीं के इतिहास की किताब से ‘भारतीय इतिहास के कुछ विषय दो’ से शासक और इतिवृत्त: मुगल दरबार को हटा दिया गया है। इसके अन्तर्गत बच्चों को अकबरनामा और बादशाहनामा, मुगल शासक और उनका साम्राज्य, रंगीन चित्र, आदर्श राज्य, राजधानियां और दरबार, पदवियां, उपहार और भेंट, शाही परिवार, शाही नौकरशाही, मुगल अभिजात वर्ग आदि को पढ़ाया जाता था।
Author: samachar
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