दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सभी गोवंश संरक्षण स्थलों पर केयर टेकर तैनात किए जाएं। गायों को समय-समय पर घुमाने भी ले जाना चाहिए। गोवंश की बीमारी या मौत की दशा में केयर टेकर सभी जरूरी व्यवस्थाएं करेंगे। यह सुनिश्चित हो कि प्रदेश में कोई भी गोवंश निराश्रित न हो। सीएम ने सोमवार को निराश्रित गोवंश के प्रबंधन को लेकर बैठक की। उन्होंने कहा कि 6,719 निराश्रित गोवंश संरक्षण स्थलों में 11.33 लाख गोवंश संरक्षित हैं। 20 जनवरी से 31 मार्च तक चले विशेष अभियान में 1.23 लाख गोवंश संरक्षित किए गए हैं। संभल, मथुरा, मीरजापुर, शाहजहांपुर, संतकबीरनगर, अमरोहा, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और फर्रुखाबाद में सर्वाधिक गोवंश संरक्षित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अंत्येष्टि स्थल/श्मशान घाट पर प्रयोग की जाने वाली कुल लकड़ियों में 50% गोवंश उपला/गोइठा का उपयोग किया जाए।
हर महीने होगा सत्यापन
योगी ने कहा कि निराश्रित गोवंश के लिए चारा-भूसा आदि की धनराशि डीबीटी से सीधे गो-आश्रय स्थलों को उपलब्ध करवाई जाए। महीने की 25 से 30 तारीख के बीच गोवंश का सत्यापन किया जाएगा। विकास खंड स्तर पर पशुपालन अधिकारी और एडीओ पंचायत/बीडीओ जिला प्रशासन को रिपोर्ट देंगे। अगले महीने की 5 तारीख तक मुख्य पशुपालन अधिकारी और सीडीओ शासन को रिपोर्ट भेजेंगे।
सीएम के निर्देश
गोवंश सहित पशुपालकों के प्रोत्साहन की योजनाओं का लाभ पात्रों को जरूर मिले
अब तक 244 वृहद गोवंश संरक्षण केंद्र बन गए हैं, छह महीने में 75 और बनाएं
कुपोषित बच्चों वाले परिवारों को गोवंश के साथ 900 रुपये महीने डीबीटी के जरिए, एसडीएम इसका सत्यापन करें
सभी 17 नगर निगमों और नगर पालिका वाले जिला मुख्यालयों पर कैटल कैचर वाहन उपलब्ध हों
हर जिलों में दुग्ध समितियों का गठन व विस्तार हो, महिलाओं की भागीदारी बढ़ाएं
पशुपालकों को इमरजेंसी में मदद के लिए टॉल फ्री हेल्पलाइन नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."