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November 2, 2024 4:06 am

ऐसा पहनावा महिलाओं के अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है कि सांस्कृतिक नरसंहार ? खबर पढ़कर जवाब आप खुद ही सोचें 

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किरण कश्मीरी की रिपोर्ट 

नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो राजधानी की लाइफलाइन है। पर आजकल मेट्रो कुछ अलग ही वजहों से चर्चा में है। दरअसल, दिल्ली मेट्रो में कुछ दिन पहले एक घटना हुई थी। एक महिला के ड्रेस को लेकर सोशल मीडिया पर तूफान मचा हुआ है। कुछ लोग महिला के ड्रेस के पक्ष में बात कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग सार्वजनिक स्थानों पर नैतिकता की बात कर रहे हैं और कपड़े थोड़े ठीक तरीके से पहनने की बात कर रहे हैं।

दरअसल, दिल्ली मेट्रो में एक महिला का वीडियो वायरल हो रहा है। वो महिला काफी छोटे कपड़े पहने हुए हैं। इस कपड़े को लेकर ही लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे हैं। हाल के दिनों में दिल्ली मेट्रो में अजीबो गरीब कपड़े और आपसी विवाद की तस्वीरें और वीडियो काफी वायरल हुए हैं। महिला के कपड़ों को लेकर पक्ष और विपक्ष में जोरदार बहस चल रही है।

बरखा त्रेहन नामक एक महिला ने लिखा है कि दिल्ली मेट्रो का एक और वीडियो। कुछ महिलावादी नेता कुछ ऐसा ही चाहती थीं। मैं तो इसे इसे सांस्कृतिक नरसंहार कहूंगी।

सचिन जंगरा नामक एक ट्विटर यूजर ने लिखा है कि सभी वर्ग के लोग दिल्ली मेट्रो में सफर करते हैं सभी परिवार वाले लोग सफर करते हैं कुछ तो इज्जत का ख्याल रखना चाहिए।

 

अजीत द्विवेदी नामक एक ट्विटर यूजर ने दो तस्वीरों को ट्वीट कर कहा कि पहला दृश्य दिल्ली मेट्रो का है और दूसरी तस्वीर किसी विदेशी महिला का है।

मुकुल देखाने नामक एक यूजर ने लिखा है कि ये भारतीय जैसी अभिव्यक्ति की आजादी का मामला नहीं है। ये उदारवाद के नाम पर पश्चिमी संस्कृति का भौंडा प्रदर्शन है।

सुनैना भोला नामक एक यूजर ने लिखा है कि इस तरह की तस्वीरें फिल्मों में देख सकते हैं लेकिन असल जिंदगी में ये काफी खराब लगते हैं। हमारे पास आजादी है लेकिन लड़की को इतनी समझ तो होनी ही चाहिए क्या पहने और कब पहने।

मोनिका रावल नामक एक यूजर ने बरखा त्रेहन के सवाल के जवाब में महिला का बचाव करते हुए लिखा है कि आप पुरुषों जैसी बात कर रही हैं। जिसने भी यह वीडियो शेयर किया है उसे ये शेयर करते हुए दो बार सोचना चाहिए। क्या किसी लड़की निजता नहीं है? किसी ने इसे फिल्माया और आप बिना उसका चेहरा ब्लर किए शेयर कर रही हैं। किसी की पहचान जाहिर करना सही नहीं है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."