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16 January 2025 1:07 am

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भाजपा विधायक से शादी को लेकर चर्चा में आई ये आईएस “परी” कौन हैं…. आइए हम आपको बताते हैं…

36 पाठकों ने अब तक पढा

आनंद शर्मा की रिपोर्ट 

जयपुर: IAS परी विश्नोई वैसे तो सोशल मीडिया पर अक्सर सुर्खियों में छाईं रहती है। लेकिन एक और वजह है जिसके चलते इन दिनों उनकी चर्चा है। परी विश्नोई जल्द ही शादी करने वाली है। उन्होंने हाल ही में हरियाणा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई से सगाई कर ली हैं। इसके बाद से परी और उनके मंगेतर भव्य विश्नोई की सगाई की खूब वायरल हो रहे हैं। भव्य विश्नोई हरियाणा की आदमपुर सीट से बीजेपी के विधायक हैं।

​2020 में आईएएस बनीं थी परी विश्नोई​

2020 में आईएएस बनीं परी विश्नोई है। परी ने अपनी एजुकेशन राजस्थान के अजमेर सिटी से की। यहां सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से उनकी पूरी स्कूली पढ़ाई हुई। इसके बाद ग्रेजुएशन के लिए उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वुमेन में एडमिशन लिया। ग्रेजुएशन की डिग्री लेने के बाद परी ने MDS यूनिवर्सिटी ( अजमेर) से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट- ग्रेजुएट की।

​तीसरे प्रयास में मिली सक्सेस​

अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद परी ने नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट- जूनियर रिसर्च फैलोशिप यानी नेट- जेआरएफ क्लियर किया। इसके बाद आईएएस बनने की तैयारी की। परी विश्नोई ने अपने तीसरे प्रयास में जनरल कैटेगरी में 30वें स्थान हासिल कर मुकाम हासिल किया। उन्हें IAS (CSE 2019) प्राप्त करने में सफलता मिली।

 

​​परी विश्नोई वर्तमान में गंगटोक की SDM

महिला IAS अधिकारी परी विश्नोई ने कड़ी मेहनत और अपनी प्रतिभा के दम पर यूपीएससी की परीक्षा पास की। अपना IAS बनने का सपना पूरा किया। एक सामान्य परिवार से आने वाली परी विश्नोई वर्तमान में सिक्किम की राजधानी गंगटोक में SDM के पद पर कार्यरत है।

बीकानेर के छोटे से गांव में हुआ जन्म

IAS अधिकारी परी बिश्नोई का जन्म राजस्थान के बीकानेर जिले में हुआ। जिले के काकड़ा गांव में जन्मीं परी विश्नोई का फोकस शुरू से ही एजुकेशन पर रहा। लिहाजा आप उन्होंने IAS जैसी कठिन परीक्षा को क्रैक कर बड़ी सफलता हासिल की।

परी की मां सुशीला विश्नोई वर्तमान में जीआरपी में एक पुलिस अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। वहीं उनके पिता मनीराम बिश्नोई एक वकील हैं। परी बिश्नोई के दादा गोपीराम बिश्नोई चार बार काकड़ा के गांव के सरपंच रह चुके हैं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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