राकेश तिवारी की रिपोर्ट
देवरिया। आज दिनाँक 19 मार्च 2013 को बाबा राघव दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय, देवरिया में कला, विज्ञान व शिक्षा शास्त्र संकाय का पुरातन छात्र सम्मेलन (एलुमनाई मीट) का आयोजन हुआ जिसकी थीम “हमारी विरासत को मजबूत करना” (स्ट्रेन्थेनिंग द लीगेसी) था।
इस आयोजन की अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफेसर शरद चंद्र मिश्र ने किया। इसके समन्वयक प्रो. हरिशंकर गोविंद राव रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती तथा बाबा राघव दास के चित्र पर पुष्पार्पण/माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के द्वारा हुआ । इसके उपरांत मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों को बैज लगाकर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान करके स्वागत किया गया। पल्लवी मिश्रा एवं दिव्यांका तिवारी ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुधीर कुमार, डॉ भावना सिन्हा एवं डॉ अमरनाथ ने किया।
मंचासीन अतिथियों में मुख्य रूप से श्री गोविंद प्रसाद सिंह (सेवानिवृत्त जिला जज), डॉ वीरेंद्र मणि त्रिपाठी(सेवानिवृत्त प्रोफेसर संत विनोबा पीजी कॉलेज देवरिया), डॉ जे एन पांडेय( बाल रोग विशेषज्ञ देवरिया) रहे। अन्य अतिथियों में डॉ बी के शुक्ला ( सेवानिवृत्त प्रोफेसर रसायन विज्ञान विभाग बीआरडीपीजी कॉलेज देवरिया), श्री अनन्त कुमार, श्री अनूप सिन्हा, श्री जगदम्बा मल्ल, डॉ राधेश्याम शुक्ल, श्री दीपक कुमार श्रीवास्तव, श्री राजा बाबू, डॉ. रामअचल, इत्यादि रहे।
प्राचार्य के स्वागत अभिभाषणके उपरान्त काजल मिश्रा एवं शिखा राजभर ने स्वागत गीत के माध्यम से अतिथियों का स्वागत किया।
अञ्जलि, अमिता, राधा व अमन आदि ने महाविद्यालय का कुल गीत प्रस्तुत किया। बी एस सी की छात्रा ऋद्धि मिश्रा ने गणेश वन्दना नृत्य प्रस्तुत कर सभी गणमान्य जनों का मन मोह लिया।
तत्पश्चात अपने स्वागत भाषण में प्राचार्य प्रोफेसर शरद चंद्र मिश्र ने महाविद्यालय की पृष्ठभूमि, महाविद्यालय परिवार एवं भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया।जिससे कि दूर-दूर से आए हुए विभिन्न कालखण्ड के पुरातन छात्रों को महाविद्यालय के बारे में अद्यतन जानकारी प्राप्त हो सके।
पुरातन छात्रों ने अपने अल्मा मैटर के विकास के लिए तरह तरह का वित्तीय योगदान भी दिया। इसमें से डॉक्टर जे एन पांडे ने ₹51000, श्री संजीव कुमार श्रीवास्तव ने कैंटीन हॉल के रंग रोगन का पूरा खर्च वहन करने की घोषणा की। श्री धर्मेंद्र पांडे जी ने भूतपूर्व विभाध्यक्ष रसायन विज्ञान विभाग के सम्मान में केमिस्ट्री लैब को विकसित करने के लिए ₹31000 की सहयोग राशि देने की घोषणा की। श्री राजा बाबू ₹30000 के आर्थिक सहयोग की घोषणा की । श्री विभव श्रीवास्तव जी ने कॉलेज के विकास के लिए ₹11000 प्रदान किया। इसके अतिरिक्त श्री विंध्याचल मणि त्रिपाठी जी ने 5100 रुपये, श्री आशीष कुमार शुक्ल जी ने अपने स्वर्गीय पिता पूर्व विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान विभाग डॉ केसी शुक्ला जी की स्मृति में बीएससी जीव विज्ञान में प्रथम स्थान लाने वाले छात्र के लिए ₹ 5100 रुपए एवं अंगवस्त्रम प्रतिवर्ष प्रदान करने की घोषणा की। इसके साथ कई पुरातन छात्रों ने कॉलेज के विकास के लिए हर संभब सहायता करने का प्रण लिया।
बी एस सी की छात्राओं प्रत्यक्षा, गुञ्जा, प्रियांशी व निशा आदि ने अपने लघु नाटिका के माध्यम से सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव पर एक सन्देश प्रेषित करने का प्रयास किया जिसकी सभी ने तारीफ की।
कार्यक्रम में प्रो. विनय कुमार रावत, प्रो सुभाष, डॉ. संजय कुमार, डॉ एके ओझा, डॉ. समरेंद्र शर्मा, प्रो. ज्ञानेंद्र सिंह, डॉ. शिशिर पांडे, डॉ. ज्ञानेंद्र पाल, डॉ. अभिषेक तिवारी, डॉ. अभिषेक , डॉ. अविनाश मौर्य, डॉ. चंद्रशेखर मिश्र, डॉ. अजय सिंह, डॉ. राजीव सिंह, प्रो. के डी तिवारी, प्रो. संध्या उपाध्याय, प्रो. रजनीश कुमार, प्रो. एम आर पी सिंह, डॉ. मुकुल लवानिया, डॉ. लोकेश त्रिपाठी, डॉ विनय कुमार सिंह,डॉ. हृदय कुमार, डॉ. एस. के. सिंह, डॉ. हरिओम गुप्ता, डॉ. सोनू, डॉ. उदयभान मधेसिया, डॉ. वीके पांडे, प्रो. रमेश यादव, डॉ. देवेंद्र यादव,डॉ. धीरज कुमार वर्मा, डॉ. प्रदीप द्विवेदी, डॉ. पंकज राव, डॉ. राज जायसवाल, डॉ. अभिनव सिंह, डॉ. विकास, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. प्रद्युत,डॉ. सत्यव्रत पांडे, डॉक्टर सौरभ शुक्ला, डॉ. एस एन सिंह, डॉ. जी सी तिवारी, डॉ. आलोक मिश्र, डॉ. राणाप्रताप,डॉ. सानिया, डॉ. प्रतिभा, डॉ. विवेक कुमार, डॉ सुभम मिश्र, डॉ हेमंत दुबे, डॉ.सिकंदर पासवान, डॉ. धर्मेंद्र यादव, विजय कुमार सिंह, डॉ. सतीश चंद वर्मा, एवं अन्य सभी शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी साथी उपस्थित रहे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."