दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
खुशियां बेशकीमती होती हैं, जिनकी ख्वाहिश हर इंसान को है। लेकिन नफरत, जलन और एक-दूसरे को नीचा दिखाने की होड़ में बहुत से लोग खुशी के असल मायने भूलते जा रहे हैं। जरा… याद कीजिए बचपन का वो दौर, जब आप एक टॉफी मिलने से भी खुशी से उछल पड़ते थे। लेकिन आज महंगी चीजों से घिरे होने के बावजूद उस एहसास से महरूम हैं। अगर छोटी-छोटी खुशियों को जीने की कला सिखना चाहते हैं, तो यह खूबसूरत वीडियो देख लीजिए। क्योंकि इस वीडियो में एक पिता और बच्चे की जो खुशी है जिसे देखकर इंटरनेट की जनता का दिल पिघल गया है! हो सकता है कि यह वीडियो आपने पहले भी देखा हो, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
यह वीडियो देख लोग भावुक हो गए!
यह दिल को छू लेने वाला वीडियो IAS अधिकारी अवनीश शरण ने शेयर किया। उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘यह सिर्फ एक सेकंड हैंड साइकिल है। जरा उनके चेहरों पर खुशी देखिए। ये एक्सप्रेशन्स कह रहे हैं, मानो उन्होंने एक नई मर्सिडीज बेंज (New Mercedes Benz) खरीदी है।’ इस क्लिप को खबर लिखे जाने तक लाखों व्यूज, हजारों लाइक्स और तमाम रीट्वीट्स मिल चुके हैं। इसके अलावा सैकड़ों यूजर्स ने वीडियो देख अपने दिल की बात भी लिखी है।
क्या है इस 15 सेकंड के क्लिप में?
इस 15 सेकंड के वायरल वीडियो में हम देख सकते हैं कि एक झोपड़ी के बाहर एक शख्स, साइकिल और बच्चा है। शख्स मुस्कुराते हुए साइकिल को माला पहनाकर उसकी पूजा करता है। जबकि पास खड़ा बच्चा खुशी से उछलता नजर आता है, और पापा को देख वो भी साइकिल के सामने हाथ जोड़ता है। भले ही यह साइकिल पुरानी हो, लेकिन इनकी खुशी देखकर एक बात तो साफ है कि मेहनत की कमाई से खरीदी गई छोटी सी भी चीज दिल को सुकून देती है।
‘खुशियों की कोई कीमत नहीं होती सर’
इस छोटे से वीडियो को देखकर जहां लाखों लोग भावुक हो गए हैं, वहीं कुछ यूजर्स ने लिखा कि शायद पूरी दुनिया की तिजोरी भी इस खुशी को नहीं खरीद पाएगी। वहीं कुछ यूजर्स ने आईएएस से कहा कि इस वीडियो को शेयर करने की बजाय आप इन्हें नई साइकिल खरीदकर दे सकते थे। एक अन्य यूजर ने लिखा- खुशियों की कोई कीमत नहीं होती सर। और हां, अधिकतर लोगों ने कहा कि यही है सच्ची खुशी, जिसे हम खो चुके हैं!
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."