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November 2, 2024 12:58 am

प्रियंका गांधी की ये बात मान ली अखिलेश और मायावती ने तो क्या 2024 के चुनाव में बढ़ेगी BJP की मुसीबत ?

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

साल 2024 में होने वाले चुनाव में अब करीब 1 साल का समय बचा है और सभी राजनीतिक पार्टियों ने तैयारिया शुरू कर दी है। छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित कांग्रेस अधिवेशन (Congress Adhiveshn) में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने 2024 चुनाव के लिए अपने प्लान का खुलासा किया और बताया कि वह किस तरह भारतीय जनता पार्टी (BJP) को टक्कर देना चाहती हैं। अपने बयान में प्रियंका गांधी ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और मायावती (Mayawati) के अलावा अन्य विपक्षी पार्टियों को एक बड़ा संदेश दिया।

प्रियंका गांधी ने दिया एकजुट होकर लड़ने का संदेश

कांग्रेस अधिवेशन (Congress Adhiveshan) के दौरान प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने सभी विपक्षी पार्टियों से एकजुट होने की अपील की और कहा कि उम्मीद है लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के मद्देनजर सभी विपक्षी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेंगी. उन्होंने आगे कहा कि चुनाव में 1 साल बचा है और विचारधारा बीजेपी के विपरीत वाले दलों से एकजुट होकर लड़ने की उम्मीद है।

प्रियंका गांधी का अखिलेश यादव और मायावती को मैसेज!

प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने अपने भाषण के दौरान किसी भी पार्टी का नाम नहीं लिया, लेकिन इसे उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टियां समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के लिए बड़ा संदेश माना जा रहा है। अब सवाल उठने लगा है कि क्या अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और मायावती (Mayawati) इस बात को स्वीकार करेंगे, क्योंकि दोनों ही गठबंधन से इनकार कर चुके हैं।

सपा और बसपा के कांग्रेस के साथ आने पर बढ़ेगी BJP की मुसीबत!

प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कहा कि उम्मीद है कि सभी विपक्षी पार्टियां बीजेपी (BJP) के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेंगी और सबसे ज्यादा उम्मीद कांग्रेस (Congress) से ही है. अगर प्रियंका की बात मानकर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) एक साथ कांग्रेस के साथ आती हैं तो 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए मुसीबत हो सकती है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."