दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
बागपत: उत्तर प्रदेश के बागपत स्थित बिजली विभाग के दफ्तर का जरा हाल देखिए। 21वीं सदी में भी यहां अंग्रेजों के जमाने की बनी बिल्डिंग में काम हो रहा है। यह भवन इतना जर्जर हो गया है कि छत से कब प्लास्टर गिरकर नीचे बैठकर काम कर रहे बिजली कर्मचारियों को घायल कर दे, कोई नहीं जानता। दिन भर थोड़ी थोड़ी देर में प्लास्टर के टुकड़े गिरते रहते हैं। अपनी जान बचाने के लिए कर्मचारी हेलमेट पहनकर काम करने को मजबूर है। अब देखना होगा कि बिजली विभाग के बड़े अफसरों के कान में कब तक ये बात पहुंचती है। इस दफ्तर में करीब 40 कर्मचारी काम करते हैं।
दरअसल, बागपत के बड़ौत कस्बे में बिजली विभाग का मीटर टेस्टिंग लैब है। यह लैब जिस भवन में है, वह अंग्रेजों के जमाने की बनी हुई है। दफ्तर में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर काम करने वाले वेदपाल आर्य का कहना है कि हमें नहीं पता कि कब छत से प्लास्टर का टुकड़ा गिरकर हमारे सिर को लहूलुहान कर दे। अपनी सुरक्षा के लिए हम लोग सिर पर हेलमेट लगाकर काम कर रहे हैं। प्लास्टर के टुकड़े सिर पर गिरने की वजह से हमारे कई कर्मचारी घायल हो चके हैं। यह स्थिति बरसात के दिनों में और गंभीर हो जाती है। इस समस्या को लेकर उच्च अधिकारियों से कई बार गुहार लगाई जा चुकी है पर उनके कानों में जू तक नहीं रेंग रही।
‘बड़े हादसे के इंतजार में हैं अफसर’
इस दफ्तर में संविदा पर काम करने वाले कर्मचारी गौरव शर्मा कहते हैं यह भवन बेहद जर्जर अवस्था में है। मैंने सात साल पहले यहां जॉइन किया था। पूर्व में अफसरों ने एक सर्वे करवाया था पर रिपेयर का काम नहीं करवाया गया। भवन की छत कभी भी टूट सकती है। अधिकारी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।
जल्द दूसरी बिल्डिंग में ऑफिस शिफ्ट होगा: डीएम
हेलमेट पहनकर काम करते हुए कर्मचारियों की फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद बागपत के डीएम राजकमल यादव ने मामले का संज्ञान लिया है। उनका कहना है कि इस संबंध में पावर कारपोरेशन लिमिटेड को पत्र लिखकर जल्द समस्या का समाधान करने के लिए कहा गया है। डीएम ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। इस तरह के जर्जर भवन में ऑफिस चलाना काफी खतरनाक है। डिसकॉम की तरफ से इस पर इन्क्वॉयरी रिपोर्ट मांगी जा चुकी है। हम पावर कारपोरशन के सीनियर अफसरों से बातकर जल्द इसे भवन से ऑफिस शिफ्ट कराएंगे।
Author: samachar
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