सुरेन्द्र प्रताप सिंह की रिपोर्ट
जोधपुर। शनिवार शाम को जोधपुर के निवासी वकील जुगराज चौहान की हत्या कर दी गई । जिन लोगों ने 2 साल पहले उनके 18 साल के बेटे को मार दिया था और साजिशन उसे हादसे का रूप दे दिया था इन्हीं हत्यारों ने अब वकील जुगराज चौहान की निर्मम हत्या कर दी। बीच सड़क चाकू मारे गए, डंडों से पीटा गया, भारी भरकम पत्थर उठाकर सिर को चकनाचूर कर दिया गया। 2 साल में भाई और पिता को खोने के बाद अब जुगराज के बेटा और बेटी धरने पर बैठ गए हैं ।
इंसाफ मांगने के लिए धरने पर बैठ गए वकील के परिजन
जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल के बाहर बैठे वकील, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट कानून लाने की मांग कर रहे हैं । साथ ही पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और सरकारी नौकरी दिलाने की बात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से समय मांगा गया है लेकिन मुख्यमंत्री ने अभी तक मिलने का समय नहीं दिया है ।
वकील की निर्मम हत्या का दूसरा वीडियो आया सामने
वकील जुगराज के साथियों ने बताया कि उनकी हत्या का दूसरा वीडियो सामने आया है । पूरा विवाद 700 गज के एक प्लॉट को लेकर है। मंदिर मोहल्ला के नजदीक रहने वाले जुगराज चौहान नजदीक ही रहने वाले मुकेश और अनिल नाम के दो भाइयों से परेशान थे। दोनों ने उनके साथ 700 गज के प्लॉट पर कब्जा कर लिया था । इस कब्जे को कुछ साल पहले कोर्ट की मदद से जुगराज चौहान ने फिर से हासिल कर लिया था। मुकेश और अनिल का परिवार 70 गज के मकान में आ गया था। दोनों परिवारों के पास कोई काम धंधा नहीं था। इस कारण से वे लगातार जुगराज की हत्या की प्लानिंग कर रहे थे।
शिवरात्रि के दिन सीएम गहलोत के जिले में सरेआम हत्या
जो 700 गज का प्लॉट जुगराज ने खाली कराया था उस प्लॉट पर कंस्ट्रक्शन करवाकर जुगराज ने उसे किराए पर दे दिया था। इसी बात से अनिल और मुकेश खुन्नस खाए हुए थे। उन्होंने 2 साल पहले वकील के बेटे को भी साजिश के तहत मार डाला। 2 साल तक लगातार वकील जुगराज चौहान पुलिस वालों को यह यकीन दिलाते रहे कि वह सड़क दुर्घटना नहीं जानबूझकर किया गया कृत्य था, लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। 2 साल से वह परेशान चल रहे थे शनिवार को उनकी भी हत्या कर दी गई। शनिवार शाम जो हत्या की गई उसका एक वीडियो पहले सामने आया था दूसरा वीडियो आज दोपहर में सामने आया है।
इस वीडियो में मुकेश और अनिल दोनों भाई मिलकर जुगराज को चाकू से मारते हुए दिख रहे हैं । साथ ही भारी-भरकम पत्थर से सिर कुचलकर हुए दिख रहे हैं। नजदीक ही कुछ लोगों ने जुगराज को बचाने की कोशिश की थी लेकिन वह लोग सफल नहीं हो सके। पुलिस ने अनिल और मुकेश को गिरफ्तार कर लिया है। उनके एक अन्य साथी को भी गिरफ्तार करने की खबर है । अब लाश के साथ महात्मा गांधी अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन जारी है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."