दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर: यूपी की राजनीति में आने वाले दिनों में विधानसभा में चाचा-भतीजे एक साथ सीट पर बैठे नजर आएंगे। इसे लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। प्रदेश सरकार में औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल नंदी ने चाचा-भतीजे पर जोरदार हमला किया है। नंद गोपाल नंदी ने कहा कि विरासत में गद्दी मिल सकती है, लेकिन बुद्धि नहीं मिल सकती है। वहीं राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और अखिलेश (Akhilesh Yadav) एक सिक्के के दो पहलू हैं। राहुल ने कांग्रेस (Congress) को डुबोया और अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को डुबो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल नंदी कानपुर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कानपुर आए थे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होने चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश पर जमकर निशाना साधा।
5 साल मोबाइल में गेम खेलकर बिताया
प्रदेश सरकार के मंत्री का कहना है कि विरासत में गद्दी मिल सकती है बुद्धि नहीं मिल सकती है। चाचा को भी बुद्धि चाहिए। आप 2012 का विधानसभा चुनाव देखेंगे तो मुलायम सिंह को बहुमत मिला था। प्रदेश की जनता मुलायम सिंह मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती थी, लेकिन मुलायम सिंह ने अपने बेटे को गद्दी देदी। जब उन्होने गद्दी देदी, तो उन्होने पांच साल मोबाइल और गेम खेल कर बिता दिए। उन्होने अपने हाथ से कुछ भी नहीं किया।
‘पिता को हटाकर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए’
नंदी ने कहा कि पिता ने गद्दी दी तो उन्ही को लात मारकर खुद को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना लिया। मीडिया ने ही दिखाया था कि चाचा को मंच को कितनी बार धक्का दिया गया। मैं यही चाहता हूं कि चाचा को भी सद्बुद्धि आए। उनको अपनी गरज पर बुलाकर जो सम्मान दे रहे हैं, वो आगे मिलने वाला नहीं है।
Author: samachar
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