पुनीत नौटियाल की रिपोर्ट
जबलपुर। मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार बी आर सी नगर -2 ने राजपत्रित दर्जा प्राप्त प्रधान अध्यापकों को विकास यात्रा में डोर टू डोर सर्वे में लगवा दिया यहाँ तक कि जिनका रिटायरमेन्ट 2 महीने बाद होना है उन तक की ड्यूटी लगवा दी जबकि इन संस्था प्रमुखोँ के कांधो पर पूरी शाला की सम्पूर्ण जबाबदारी है।
प्रतिदिन मध्यान्ह भोजन की जानकारी, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की इ अटेंडेंस, जाति प्रमाण पत्र, शाला की स्वच्छता, विधानसभा की डाक बनाना इत्यादि अनेक कार्यों की सम्पूर्ण जिम्मेदारी इनकी ही है।अनेक शालाओं में और भी विकट स्थिति बन गयी है। विद्यालय में पदस्थ दोनों शिक्षकों की ड्यूटी दूसरे वार्डों में लगा दी गयी है परिणाम यह हुआ कि उन विद्यालयों में ताला लग जायेगा क्योकि वहाँ अतिथि शिक्षक भी नहीं है।
मध्यप्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संगठन के जिला अध्यक्ष दिलीप सिंह ठाकुर ने बताया कि इस कार्य हेतु शिक्षक आवश्यक थे परन्तु बी आर सी नगर -2 ने पदनाम शिक्षक लिखकर हेड मास्टरों के नाम भेजकर उन विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर दिया। वार्षिक परीक्षा नजदीक है ऐसे में बी आर सी नगर -2 की इस प्रकार की लापरवाही अक्षम्य है क्योंकि इन संस्था प्रमुखोँ की ड्यूटी इनके विद्यालय से दूर दूसरे वार्डो में लगायी गयी है इन्हें प्रतिदिन 6 से 8 घंटे सर्वे करना है तो ये अपने विद्यालय कैसे जा पाएंगे विद्यालय की सारी शैक्षणिक व्यवस्था और अनिवार्य दैनिक कार्य में अवरोध आ जावेगा।
इस सर्वे के पूर्व प्रशिक्षण के दौरान सभी को सर्वे प्रपत्र व चेक लिस्ट देकर कहा गया कि विकास यात्रा के दौरान हर वार्ड में घर-घर सर्वे कर पात्र हितग्राहियों को लाभांवित करना है।यदि कोई शासन की योजनाओं से वंचित रह गये हैं तो उन्हें लाभांवित करने के लिये सर्वे पत्र में नाम दर्ज करना ,आवेदन लेना और पोर्टल पर एंट्री करना है । फौती व अविवादित नामंतरण, अविवादित बंटवारा, सीमांकन, धारणाधिकार, शहरी पथ विक्रेता, पीएम स्वनिधि योजना, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय नि:शक्त पेंशन, कल्याणी पेंशन, राष्ट्रीय परिवार सहायता, समग्र सामाजिक सुरक्षा पेंशन, कन्या अभिभावक पेंशन, 6 वर्ष से अधिक आयु के बहुविकलांग बौद्धिक दिव्यांग के लिये आर्थिक सहायता, कल्याणी विवाह सहायता, दिव्यांग छात्रवृत्ति, नि:शक्त शिक्षा प्रोत्साहन, नि:शक्त विवाह प्रोत्साहन जीवन निर्वाह भत्ता, नि:शुल्क कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण, आयुष्मान कार्ड, जननी व प्रसूति सहायता योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, भवन संनिर्माण श्रमिकों का पंजीयन, संबल में अनुग्रह सहायता, पात्रता पर्ची व मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति आदि योजना से लाभान्वित करना है।जननी सुरक्षा प्रसूति सहायता व लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ आशा कार्यकर्ता के द्वारा सुनिश्चित किया जाना है।भवन संनिर्माण श्रमिकों के पंजीयन में श्रमिक का स्वघोषणा पत्र ही पर्याप्त है। हर वार्ड मे उद्यम क्रांति योजना अंतर्गत हितग्राही खोजना और लाभांवित करना।उद्यम क्रांति योजना के संबंध यदि आवेदक 8वीं पास हो तथा 18 से 45 वर्ष के बीच का हो, परिवार की वार्षिक आय 12 लाख रूपये से कम हो इसके साथ ही अन्य दस्तावेज जैसे मूलनिवासी प्रमाण पत्र व राशन कार्ड आदि की आवश्यकता होगी । यदि अनुसूचित जाति के हितग्राही हैं तो उन्हें संत रविदास योजना से और यदि अनुसूचित जनजाति के हितग्राही हैं तो उन्हें भगवान बिरसा मुंडा योजना से लाभांवित करना है। विकास यात्रा के उद्देश्यों के संदर्भ में 25 फरवरी तक सभी वार्डों में सर्वे का कार्य सुनिश्चित किया जाना है साथ ही पात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ मिल जाये। यदि एक परिवार में एक से अधिक हितग्राही व आवेदक हैं तब सभी का पोर्टल में अलग-अलग योजनाओं के साथ उन्हें दर्ज करना है।
संगठन के दिलीप सिंह ठाकुर, भास्कर गुप्ता, ऋषि पाठक, दुर्गेश खातरकर, अजब सिंह, चंदा सोनी, पुष्पा रघुवंशी, डेलन सिंह, अफ़रोज़ खान, सुल्तान सिंह, देवराज, इमरत सेन, समर सिंह, आसाराम झारिया, जी आर झारिया, विष्णु झारिया, नितिन तिवारी, आलोक शर्मा, ब्रजवती आर्मो, भागीरथ परसते, आकाश भील, विशाल सिंह, गीता कोल, राजेश्वरी दुबे, सरोज कोल, रेनू बुनकर, शबनम खान,राशिद अली, रवि विश्वकर्मा, बहादुर पटेल, रजनी गुप्ता, सुधीर गौर,धर्मेंद्र परिहार इत्यादि ने संस्था प्रमुखोँ (हेड मास्टरों ) का नाम हटाने को कहा है और इस कार्य के लिए उपयुक्त शिक्षकों का चयन कर गलती सुधारने को कहा है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."