इरफान अली की रिपोर्ट
सलेमपुर/देवरिया। रविदास जयंती पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है इसी क्रम में सलेमपुर तहसील के ग्राम सभा चांदपलिया में स्थित कैटलिस्ट कोचिंग क्लासेस में भी संत रविदास जयंती मनाई गई।
कैटलिस्ट राजू भारती ने बताया की रविदास जयंती और माघी पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है, और उन्होंने बताया कि संत रविदास एक समाज सुधारक कैटलिस्ट थे कैटलिस्ट का मतलब उत्प्रेरक होता है।
परिवर्तन लाने वाले व्यक्ति या वस्तु को कैटलिस्ट कहा जाता है। कैटलिस्ट के डायरेक्टर मधुसूदन त्रिवेदी ने बताया कि संत रविवास जी बेहद धार्मिक स्वभाव के थे। वे भक्तिकालीन संत और महान समाज सुधारक थे।
सर्वेश द्विवेदी ने बताया की संत रविदास जी ने भगवान की भक्ति में समर्पित होने के साथ अपने सामाजिक और पारिवारिक कर्त्तव्यों का भी बखूबी निर्वहन किया। इन्होंने लोगों को बिना भेदभाव के आपस में प्रेम करने की शिक्षा दी।
संत रविदास जयंती के दिन कैटलिस्ट कोचिंग में आज के आगंतुकों मे बबलू कुमार, डबलू कुमार, राहुल,धर्मेन्द्र प्रसाद,जयराम कुमार, धोनी,सुंधन कुमार,अभिषेक कुमार, राजा कुमार आदि ने संत रविदास के आचरणओ पर प्रकाश डालते हुए बताया कि रविदास जी भक्ति के मार्ग पर चलकर संत रविदास कहलाए। उनके उपदेशों और शिक्षाओं से आज भी समाज को मार्गदर्शन मिलता है।
चाँदपलिया गांव में लगभग घर घर पूजे गए संत रविदास ,पूजन के दौरान डॉ दिनेश प्रसाद ने कहा कि संत किसी एक समाज का नहीं होता। संतों ने अपनी उच्च सोच से समाज उत्थान में बेहतर योगदान दिया है। जिसमें संत शिरोमणि रविदास भी एक हैं। रामप्रित् प्रसाद, श्यामलाल सिपाही,जनार्धन कुमार, वकील कुमार गौतम,अंकित कुमार,आदित्य कुमार , राकेश, रितिक, शिवभोला आदि ने रविदास जयंती धूमधाम से मनाई ।
लोगो ने कहा कि संतों ने समाज को नई दिशा नई सोच देने का काम किया है। एक प्रेरणा स्त्रोत के रूप में उनके जीवन रूपी सार को अपने जीवन में ढालना चाहिए।
Author: samachar
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