दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अलीगढ़(उप्र): 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की तमाम जगहों से ऐसी शानदार तस्वीरें और वीडियो सामने आए जिसने हर भारतवासी का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। लेकिन इस बीच अलीगढ़ से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसमें एक मुस्लिम टीचर राष्ट्रगान गाने और भारत माता व मां सरस्वती की तस्वीरों पर पुष्प चढ़ाने से इनकार कर रहा है।
ध्वजारोहण से भी किया इनकार
यह मामला इगलास तहसील के लहकतोई गांव के एक सरकारी प्राइमरी स्कूल का है। यहां गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर ध्वजारोहण के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सभी टीचर्स हर्षोल्लास के साथ ध्वजारोहण में शामिल हुए। इसी बीच एक मुस्लिम टीचर हसमुद्दीन के राष्ट्रीयगान गाने से इनकार पर सभी टीचर्स हैरान रह गए।
वायरल हो रहे वीडियो में टीचर हसमुद्दीन राष्ट्रगान गाने और भारत माता की जय बोलने से साफ इनकार कर रहा है। उसने ध्वजारोहण से भी साफ मना कर दिया। इतना ही नहीं, वह बसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती माता की तस्वीर पर माला अर्पण करने से भी इनकार करते हुए दिख रहा है।
मेरा धर्म केवल अल्लाह के सामने सिर झुकाने की अनुमति देता है’
हसमुद्दीन ने कहा कि, उनका धर्म उन्हें केवल अल्लाह के सामने अपना सिर झुकाने की अनुमति देता है और वह किसी अन्य संस्था के लिए गान नहीं गाएगा। वीडियो क्लिप में अन्य शिक्षकों को हसमुद्दीन को रस्मों का पालन करने के लिए मनाने की कोशिश करते देखा जा सकता है। इस पर उससे कहा जाता है कि वह हाथरस से यहां आ गया है तो यहां पर से पुष्प चढ़ाने भी चले जाओ लेकिन वह तबीयत ठीक नहीं होने की बात कहता है।
वीडियो की जांच के बाद होगी कार्रवाई
वहीं, इस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) सत्येंद्र सिंह ने कहा कि, उन्हें वीडियो क्लिप से अवगत कराया गया है और मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा, मैंने जांच के आदेश दिए हैं और जैसे ही मुझे रिपोर्ट दी जाएगी, मैं कड़ी कार्रवाई शुरू करूंगा।
Author: samachar
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