जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
बलिया: उत्तर प्रदेश में बलिया के बैरिया तहसील अन्तर्गत दुर्जनपुर गांव से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। गांव के प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर और अन्य टीचरों को बच्चों ने ही विद्यालय के ऑफिस में बंद कर दिया। बच्चे का कहना है कि कोरोना काल में आया मध्यान भोजन का पैसा उनको नहीं मिला है। कई बार प्रधानाध्यापक को टोका, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।
दरअसल ऑफिस के बाहर ताला जड़ा हुआ था। खिड़की के अंदर से विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अपनी बात बता रहे थे। हेडमास्टर जय प्रकाश यादव की मानें तो कोरोना काल के चौथे चरण का पैसा नहीं दिया गया है। जिसकी वजह से बच्चों ने सभी अध्यापक लोगों को भी कार्यालय में बंद कर दिया। उच्चाधिकारियों के संज्ञान में देने की बात पर मुस्कराते हुए हेड मास्टर ने कहा कि क्या सूचना दिया जाय। मात्र एक किस्त बाकी है। शेष तीन दी जा चुकी हैं
बच्चों ने टीचरों को कर दिया बंद
दुर्जनपुर प्राथमिक विद्यालय का नजारा किसी फिल्म से कम नही था। ऐसा लग रहा था जैसे कोई पिक्चर चल रही है। जहां सभी बच्चों ने गुरुजनों को ताला में बंद कर खेल कूद करना शुरू किया था। ऐसे में आठवीं में पढ़ने वाले छात्र की बात सुनकर वाकई आश्चर्य लगा।
बच्चों का कहना है कि हम लोगों का मध्यान भोजन का पैसा नहीं दे रहे हैं इसीलिए प्रिंसिपल सर को बंद कर दिए हैं। उसी में सब सर हैं। कितने बार सर से बोले तो सर बोल रहे हैं कि दो ,तीन महीना में ले ले लेना। 2020 के लॉकडाउन का पैसा है। जब वो पैसा देंगे तब या कोई अधिकारी आएंगे तब ताला खोला जायेगा।
प्रधान के समझाने पर माने बच्चे
बच्चों की इस हरकत का पूरे इलाके के हंगामा हो गया। इसके बाद स्कूल के बाहर भीड़ लग गई। इलाके के प्रधान भी स्कूल पहुंचे। उन्होंने बच्चों से बात की और समझाया। इसके बाद बच्चों ने सभी स्टाफ को कमरे से बाहर आने दिया।
Author: samachar
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