संदीप कुमार शुक्ल की रिपोर्ट
कर्नलगंज, गोण्डा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए भले ही मिशन शक्ति अभियान चलाकर महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के आये दिन दावे कर रही हो लेकिन अधीनस्थ थाने व चौकी की पुलिस के बेलगाम रवैये के चलते धरातल पर सभी दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र में सामने आया है,जहाँ महिलाओं से दुष्कर्म संबंधी गंभीर अपराधों में पुलिस लापरवाह नजर आ रही है।
मामले में एक भाभी पर अपने प्रेमी को घर बुलाकर ननद के साथ दुष्कर्म कराने का आरोप लगाया गया है। पीड़िता ने कोतवाली में तहरीर दिया लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तब उसने एसपी और एएसपी से गुहार लगाई जिसमें एएसपी गोंडा के आदेश के बावजूद कोतवाली के जिम्मेदारों की निरंकुश कार्यशैली के चलते कई दिन बीतने के बाद भी रिपोर्ट दर्ज नही की गई है और ना ही पीड़िता का चिकित्सीय परीक्षण कराया गया है।
मामले में कोतवाली के जिम्मेदारों पर आरोपी को संरक्षण देने का आरोप है। वहीं दुष्कर्म पीड़िता दर दर भटकते हुए कोतवाली और आला अधिकारियों के चक्कर लगा रही है।
घटना कोतवाली कर्नलगंज अंतर्गत एक गांव से जुडी है। जहाँ की निवासिनी एक करीब बीस वर्षीय युवती ने पुलिस अधीक्षक को संबोधित अपर पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसके माता का निधन हो चुका है। वह अपने भाई व भाभी के साथ रहती थी। आरोप है कि उसकी भाभी से एक व्यक्ति का प्रेम प्रसंग चल रहा था। उसे दोनों अपने प्रेम प्रसंग में बाधक महसूस करने लगे। जिससे भाभी ने योजना के तहत दिनांक 25/12/2022 को अपने प्रेमी को घर बुला लिया। बातों ही बातो में भाभी किसी कार्य से घर से बाहर निकली और बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। ऐसा होते ही भाभी के प्रेमी ने युवती को अवैध तमंचे का भय दिखाकर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दे डाला। कुछ देर बाद युवती की भाभी दरवाजा खोलकर घर के अंदर पहुंची और युवती कि पिटाई करते हुये दोनों ने उसे धमकी दिया कि यदि किसी से घटना के बारे में बताया तो जान से मार देंगे। पीड़ित युवती अपने बहनोई के यहां पहुंची और सारा हाल बताया। उसने अपने बहनोई के साथ कोतवाली पहुंचकर तहरीर दिया,लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस ने नहीं की सुनवाई, आरोपी को बचाने का हो रहा प्रयास
पीड़ित युवती का कहना है कि इस संबंध में पुलिस को शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की गई। लेकिन कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद उसने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 30 दिसम्बर को प्रार्थना पत्र दिया और पुनः शनिवार 31 दिसंबर को अपर पुलिस अधीक्षक गोंडा के दरबार में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई। जहाँ स्थानीय पुलिस अधिकारियों को रिपोर्ट दर्ज करके कार्यवाही करने को कहा गया लेकिन शनिवार की देर रात व रविवार को पूरे दिन थाने में बैठाये रखने के बावजूद अभी तक घटना के 09 दिन बीतने के बाद एएसपी के आदेश पर भी कोतवाली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया है और कोई कार्यवाही नहीं की है। जिससे एएसपी का फरमान भी कोतवाली कर्नलगंज पुलिस के सामने बौना साबित हो रहा है। मामले में जानकारी करने हेतु क्षेत्राधिकारी कर्नलगंज से दूरभाष के माध्यम से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
Author: samachar
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