ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
गुरुग्राम: हरियाणा के एक व्यक्ति के लिए न्यू ईयर सही मायने में हैप्पी रहा। नए साल की पूर्व संध्या पर उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब 9 साल पहले खोई उसकी पत्नी उससे मिली। शख्स ने सारी उम्मीदें खो दी थीं कि पत्नी उसे शायद ही मिले, लेकिन शनिवार की शाम को अचानक उनके पास एक कॉल आई और कॉल करने वाले ने बताया कि उनके आश्रय गृह में उनकी पत्नी हैं। शख्स को पहले लगा कि कोई उनके साथ मजाक कर रहा है लेकिन जब यह बात कंफर्म हुई तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। नए साल पर वह कर्नाटक पहुंचे और यहां से अपनी पत्नी से नए साल पर मिले।
रोहतक के 55 वर्षीय केहर सिंह ने बताया कि शनिवार की शाम को उनके पास थानाल होम से कॉल आया। यह शेल्टर होम कर्नाटक के कोडागु में है। यहां पर खोए, लावारिश, लापता और बेघर लोगों को आश्रय दिया जाता है। यहीं पर उनकी 50 वर्षीय पत्नी दर्शिनी भी रह रही थी।
2013 में हो गई थी लापता
केहर सिंह ने बताया कि 2013 में उनकी पत्नी दर्शिनी अचानक घर से लापता हो गई थी। उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी। दर्शिनी को पांच साल पहले इस पुनर्वास गैर-लाभकारी संस्था में लाया गया। थानाल होम चलाने वाले मोहम्मद मुस्तफा ने बताया कि चार साल पहले, कुशलनगर पुलिस ने हमें बताया कि एक अर्धनग्न महिला सड़कों पर घूम रही है। उन्होंने हम लोगों से उसकी देखभाल करने का अनुरोध किया।
तमाम काउंसलिंग के बाद याद आया हरियाणा
शेल्टर होम से टीम मौके पर पहुंची और वहां जाकर पाया कि महिला की मानसिक स्थिति वास्तव में बहुत खराब थी। टीम उसे आश्रय स्थल लेकर पहुंची। महिला अपने बारे में कुछ भी बताने में विफल थी। उसे कुछ याद नहीं आ रहा था। यहां काउंसलर्स ने महिला की काउंसलिंग शुरू की। तमाम मेहनत के बाद वह अपने अतीत के बारे में केवल हरियाणा को ही याद कर सकी।
ऐसे दर्शिनी के पति तक पहुंची टीम
दर्शिनी को यह याद नहीं था कि वह 2013 और 2018 के बीच कैसे बची या वह कहां रही। वह हरियाणा से कर्नाटक तक कैसे पहुंची यह भी पता नहीं चल सका। हालांकि, एनजीओ की देखभाल में वर्षों से उसकी हालत में सुधार हुआ और करीब छह महीने पहले उसे अपने गृहनगर रोहतक की याद आई।
इसके बाद शेल्टर होम के केयरटेकर्स ने हरियाणा पुलिस से संपर्क किया। हरियाणा की पुलिस के जरिए वह रोहतक पुलिस तक पहुंचे। यहां पर अधेड़ उम्र की लापता हुई हर एक महिला का डीटेल निकाला गया। पाया गया कि 9 साल पहले इस तरह की गुमशुदगी की एक रिपोर्ट दर्ज हुई थी। यहां से डीटेल लेकर शेल्टर होम ने केहर सिंह को संपर्क किया।
पति नहीं रोक सके आंसू
केहर अपनी पत्नी से मिलने के बाद अपने आंसू नहीं रोक सके। पत्नी की अचानक 9 साल बाद सामने देखकर वह भावुक हो उठे। वह उन्हें ऊपर से नीचे तक देखते रहे। पत्नी को गले लगाया और अपने आंसू पोछते रहे।
उन्होंने बताया कि दर्शिनी जब लापता हुई तब वह मानसिक रूप से बीमार थी। हमने पुलिस शिकायत दर्ज की। मैंने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब में उसकी तलाश की। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। आखिर हमने सारी उम्मीद खो दी थी।
Author: samachar
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