सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
देवरिया। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण देवरिया यूनिसेफ के संयुक्त तत्वाधान में सलेमपुर तहसील के ग्राम पंचायत बलिया उत्तर के प्राथमिक विद्यालय में आपदाओं से निपटने के लिए तथा आपदा के दौरान होने वाली धन हानि, पशुहानि तथा जनहानि को कम करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस दौरान प्रशिक्षक अजीत तिवारी ने उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि सही ढंग से ग्राम आपदा प्रबंधन योजना बनाई जाए तथा समय-समय पर उसका पुनर्राभ्यास किया जाए तो आपदाओं के दौरान होने वाली क्षति से बचा जा सकता है क्योंकि मानव जीवन बहुत महत्वपूर्ण है। कुछ आपदाएं ऐसी भी हैं जो हमें प्रतिक्रिया करने के लिए पर्याप्त समय नहीं देती। उस दौरान हमारे द्वारा अर्जित ज्ञान ही हमारे जीवन की रक्षा करने में सहायक सिद्ध होते हैं।
उन्होंने भूकंप तथा आकाशीय बिजली से बचाव के उपायों पर भी उपस्थित ग्रामीणों से विस्तार से चर्चा किया तथा दामिनी ऐप के उपयोग के संदर्भ में भी ग्रामीणों को जानकारी प्रदान की।
वरिष्ठ प्रशिक्षक डॉ एसके सिंह ने सर्पदंश के दौरान किए जाने वाले उपायों के साथ-साथ आग से बचाव के उपायों पर उपस्थित ग्रामीणों को जानकारी देते हुए कहा कि यदि हम सही समय पर सर्पदंश का से पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाए तो उस व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। सांप से मरने वाले लोगों में 50% से अधिक लोग झाड़-फूंक तथा अंधविश्वास के चक्कर में आने के कारण मौत के मुंह में समा जाते हैं।
इस दौरान लेखपाल सत्येंद्र कुमार ने कहा कि किसी भी आपदा के दौरान उसकी सूचना तत्काल स्थानीय लेखपाल को दिया जाना चाहिए। जिससे कि आपदाओं की क्षति से मिलने वाली धनराशि को शीघ्रता से पीड़ित व्यक्ति को दिलाया जा सके ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान समीर कुमार साहनी, अनूप साहनी ,विजय कुमार यादव ,पवन कुमार राजभर ,पांचू गुप्ता, राकेश गुप्ता, मनीष यादव, अमित मिश्रा ,विजय कुमार, विश्वनाथ, प्रेमचंद सिंह, नागेंद्र पांडे ,आदि लोग उपस्थित रहे ।
Author: samachar
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