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19 January 2025 4:49 am

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फिल्म “पठान” विवाद ; महंत राजू दास ने कहा, फिल्म लगे तो सिनेमाघर फूंक दें, आगे पढ़िए शाहरुख खान ने क्या दिया जवाब

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

अयोध्याः शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान के गाने को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। फिल्म के गाने ‘बेशर्म रंग’ में खास रंग की बिकनी पहनने पर फिल्म को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। अयोध्या के महंत राजू दास ने इसे लेकर विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर लोगों से पठान फिल्म को बॉयकॉट करने के लिए कहा है। इसके साथ ही उन्होंने विवादित आह्नान किया है कि जहां भी यह फिल्म दिखाई जाए, वहां के सिनेमाघर को फूंक दें।

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में राजू दास ने कहा कि बॉलिवुड और हॉलीवुड लगातार सनातन धर्म का मजाक उड़ाने और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के तरीके खोज रहे हैं। पठान में दीपिका पादुकोण ने भगवा बिकनी पहनी है, जो संतों और पूरे देश की धार्मिक भावनाओं को आहत करती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि शाहरुख खान सनातन धर्म का लगातार मजाक उड़ाते रहते हैं।

राजू दास ने कहा कि दीपिका पादुकोण को भगवा बिकनी पहनकर गाने में ऐसे स्टेप्स करने की क्या जरूरत थी? जानबूझकर लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई है और ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। राजू दास ने कहा कि मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे फिल्म का बहिष्कार करें। जहां भी फिल्म दिखाई जाएगी, वहां के सिनेमाघर को फूंक दें। नहीं फूंकोगे तो ये मानने वाले नहीं हैं। जैसे को तैसा करना पड़ता है।

राजू दास ने कहा कि दुष्टों के साथ दुष्टतापूर्ण व्यवहार नहीं करोगे तो आप इस पर कंट्रोल नहीं लगा सकते। इससे पहले मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री नरोत्तम दास ने भी गाने में दीपिका के कपड़ों को लेकर आपत्ति जताई थी। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि अगर फिल्म में सुधार नहीं किया गया तो राज्य सरकार फिल्म के एमपी में प्रदर्शन की अनुमति को लेकर विचार करेगी।

शाहरुख खान कहा

पठान कॉन्ट्रोवर्सी पर पहली बार अभिनेता शाहरुख खान ने चुप्पी तोड़ी है। शाहरुख ने इशारों-इशारों में कहा- दुनिया चाहें कुछ भी कर ले। मैं और आप जितने भी पॉजिटिव लोग हैं… सब जिंदा हैं। आज के वक्त में सोशल मीडिया द्वारा एक कलेक्टिव नरेटिव दिया जाता है। मैंने कहीं पढ़ा था, निगेटिविटी सोशल मीडिया के यूज को बढ़ाती है। शाहरुख कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे। शाहरुख का इशारा उन लोगों के लिए था जो सोशल मीडिया पर फिल्म को ट्रोल कर रहे हैं।

शाहरुख यहीं नहीं रुके। उन्होंने लगे हाथ सोशल मीडिया पर नैरेटिव गढ़ने वालों की भी क्लास ले ली। मॉडर्न जमाने और सोशल मीडिया पर बात करते हुए शाहरुख ने कहा- आज के वक्त में सोशल मीडिया द्वारा एक कलेक्टिव नैरेटिव दिया जाता है।

मैंने कहीं पढ़ा था, निगेटिविटी सोशल मीडिया के यूज को बढ़ाती है। इसके अलावा इसकी कॉमर्शियल वैल्यू भी बढ़ती है। इस तरह की कहानियां हमें भटकाने और बांटने का काम करती हैं। शाहरुख ने कहा- चाहे कुछ भी हो, हमें पॉजिटिव रहना है। नकारात्मक सोच से दूर रहना है। शाहरुख के इतना बोलते ही नेताजी इंडोर स्टेडियम तालियों से गूंज उठा।

शाहरुख और रानी ने अमिताभ-जय के पैर छुए

इससे पहले कार्यक्रम में पहुंचे शाहरुख खान ने अपने अंदाज से करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया। उन्होंने बड़ी-बड़ी हस्तियों की मौजूदगी में अमिताभ बच्चन और जया बच्चन के पैर छुए। रानी मुखर्जी भी अमिताभ और जया बच्चन के पैर छूती नजर आईं।

महेश भट्‌ट बोले- पश्चिमी विचार को खारिज नहीं कर सकते

कार्यक्रम में महेश भट्‌ट ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा- आज के राजनीतिक वातावरण में भारत के बच्चे पश्चिमी विचारों को खारिज करने की कोशिश करते हैं। ऐसा हमारा मिशन नहीं है। टैगोर के ये शब्द सभी भारतीयों के दिलों में गूंजने चाहिए कि भारत सभी जातियों को एकजुट करने के लिए है।

भट्ट ने आगे कहा- किसी भी जाति, किसी भी संस्कृति को अस्वीकार करना भारत की भावना नहीं है। हमारा सर्वोच्च उद्देश्य यह होना चाहिए कि हम सभी चीजों को सहानुभूति और प्रेम के साथ समझें। यही भारत की भावना है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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