कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
बिजनौर। कुछ दिनों से उसके दिमाग में चल रही थी एक साजिश, लेकिन वो ये नहीं समझ पा रहा था कि कैसे वो इस साजिश को अंजाम दे। उत्तर प्रदेश के बिजनौर का बड़ा बिजनेसमैन सुशील गुप्ता जिसने अपने बिजनेस के लिए 2 करोड़ का लोन लिया था, लेकिन अब उसे वो लोन चुकाना भारी पड़ रहा था। वो उस लोन से मुक्ति चाहता था उसकी गर्लफ्रेंड रानी उसके हर मंसूबे में उसके साथ थी, लेकिन वो दोनों ही ये नहीं समझ पा रहे थे कि कैसे इस 2 करोड़ के लोन से बचा जाए।
क्राइम पेट्रोल देखकर क्राइम
सुशील गुप्ता ने लोन से बचने के लिए कई तरीके देखे। उसके बाद उसने क्राइम पेट्रोल देखना शुरू किया और फिर इस क्राइम शो के एक एपीसोड की कहानी से मिलती-जुलती कहानी उसने रच डाली असल ज़िंदगी में। सुशील गुप्ता का प्लान था कि वो खुद को मरा हुआ साबित कर देगा। अगर पुलिस और लोगों को ये यकीन हो जाए कि वो मर चुका है तो उसके सिर से लोन का बोझ कम हो जाएगा और फिर वो गर्लफ्रेंड सके साथ मजे से ज़िंदगी बिताएगा।
शराबी को कार में बिठाकर आग लगाई
इस व्यापारी ने क्राइम पेट्रोल में दिखाए गए तरीके से ही इस साजिश को अंजाम देना शुरू किया। सुशील गुप्ता ने इस साजिश में अपने एक दोस्त बहादुर सैनी को भी शामिल किया। बहादुर की मदद से ये लोग एक शराबी से मिले। इन दोनों ने उस शराबी को लालच दिया और सुशील उसे अपनी कार में बिठाकर कही दूर ले गया। सुशील ने शराबी को इतनी शराब पिलाई कि वो वो बेहोश हो गया। उसके बाद उसे ड्राइविंग सीट में बिठाकर सीट बेल्ट से बांध दिया और फिर कार में छोड़कर कार को आग लगा दी।
खुद को मृत साबित करना चाहता था
सुशील ने जानबूझकर अपना मोबाइल कार की सीट पर छोड़ दिया ताकि पुलिस को ये लगे कि जिस शख्स की अंदर जलने से मौत हुई है वो सुशील है। कार को जलाने के बाद वो वहां से फरार हो गया। जैसे ही कार से लपटे उठने लगी वहां मौजूद अन्य लोगों ने पुलिस को फोन किया और पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर शराबी को जलती कार से बाहर निकाल दिया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
कामयाब नहीं हुआ प्लान
सुशील गुप्ता का प्लान पूरी तरह से फेल हो चुका था। पुलिस को कार से जैसी ही सुशील का मोबाइल मिला, उसकी पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया। क्राइम पेट्रोल को देखकर खेला गया सुशील का खून खेल पूरा न हो सका। पुलिस ने सुशील, उसकी गर्लफ्रेंड रानी और उसके दोस्त बहादुर सैनी को गिरफ्तार कर लिया है। सुशील गुप्ता के पास से पुलिस को 13 लाख पचास हज़ार रुपये, कुछ जूलरी, और दो एटीएम कार्ड मिले हैं।
पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया
सुशील और रानी के बीच लंबे समय से अवैध संबंध थे। दोनों का प्लान था कि जैसे ही पुलिस सुशील को मरा हुआ मान लेगी उसके बाद दोनों कहीं दूर जाकर अपनी नई ज़िंदगी शुरू करेंगे। सुशील गुप्ता ने पप्पु खान के नाम से अपना एक फर्जी आधारकार्ड भी बनवा लिया था। कुछ दिन पहले ही उसने अपने बैंक से 13 लाख रुपये भी निकाले थे, लेकिन उसका ये प्लान कामयाब नहीं हो पाया और अब दोनों पुलिस की गिरफ्त में हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."