राकेश तिवारी की रिपोर्ट
कुशीनगर: तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के पिपरा रज्जब गांव में एक माँ ने अपने तीन बच्चों को आग के हवाले करने का मामला सामने आया। जिसमें 2 बहन और 1 भाई आग से झुलस गए और एक की हालत गम्भीर हैं। प्रथम दृष्टया मामला पारिवारिक कलह में माँ ने अपने बच्चो को ही ज्वलनशील पदार्थ को गिराकर आग के हवाले कर दिया। पुलिस मामले में बच्चो की माँ को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
जानकारी के मुताबिक रविवार की देर शाम पिपरा रज्जब गांव के छोटेलाल यादव की पत्नी ने दो बेटियां और एक बेटे के साथ खुद को आग के हवाले कर दिया। आग लगने के बाद बच्चों को छोड़ बाहर निकल गयी। बच्चों का शोर सुनकर आस-पास के लोग दौड़ते पहुंचे तो देखा कि घर में आग लगी हुई हैं। ग्रामीणों के काफी प्रयास के बाद आग तो बुझा दिया गया और पुलिस को सूचना दी गई। कमरे से ज्वलनशील तेल की महक से साफ पता चल रहा था कि इन कमरे में तेल डालकर आग लगाई गई। पुलिस ने तीनों बच्चो को अस्पताल में भर्ती कराया है।
लोगों की माने तो पति छोटेलाल के पिता की दो पत्नियां है। जिसके कारण संपत्तियों के वितरण का कुछ विवाद चल रहा था। छोटेलाल की पत्नी मंजू संभवत उसी से तंग आकर आज अपने सभी बच्चों के साथ अपनी जीवन लीला समाप्त करने की नियत से यह कदम उठाया। जिसमें बड़ी बेटी पूजा 19 बर्ष, प्रिया उम्र 18 बर्ष तथा 14 वर्षीय पुत्र प्रवेश बुरी तरह झुलस गए। आग लगने के बाद मंजू भी थोड़ा बहुत आग की चपेट में आई तो बच्चो को छोड़ बाहर निकल गयी। सूचना के बाद पहुंचे तुर्कपट्टी पुलिस ने तीनों घायल बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां से जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जिसमे एक की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज गोरखपुर भेज दिया है।
घटना के सम्बंध में एसएचओ तुर्कपट्टी आशुतोष सिंह ने बताया कि घटना के बाद मौके पर पुलिस गयी थी। तीनों बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र पहुचाया गया। जहां से तीनों को मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया है। घटना के संबंध में अभी कोई तहरीर नहीं मिली। मंजू देवी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही। घटना किस तरह घटित हुई यह जांच के उपरांत ही पता चल सकेगा।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."