दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। सीतापुर पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने कथित तौर पर अपनी पत्नी का गला घोंटकर उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करके दोस्त की मदद से खेत में फेंक दिए थे। पुलिस का कहना है कि आरोपी 46 वर्षीय पंकज मौर्य ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पत्नी की लाश 8 नवंबर को मिली थी। पुलिस ने आरोपी की मदद करने वाले दोस्त को भी गिरफ्तार कर लिया है। पंकज की शादी 10 साल पहले बाराबंकी की 38 साल की ज्योति से हुई थी। हाल ही में उसने ज्योति पर बेवफाई का शक करना शुरू कर दिया और उसे खत्म करने की योजना बनाई।
पुलिस ने खेत से बरामद किए थे महिला के शरीर के अंग
जानकारी मुताबिक सीतापुर के पुलिस अधीक्षक (SP) सुशील चंद्रभान ने कहा कि 8 नवंबर को रामपुर कलां थाना क्षेत्र के गुलहेरिया गांव के एक खेत से एक महिला के शरीर के अंग बरामद किए गए थे, जिनकी पहचान बाद में ज्योति के रूप में हुई थी। एसपी ने कहा कि पुलिस ने खेत से महिला का धड़, दाहिना हाथ और पैर बरामद किया। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने कहा कि शरीर के अंग महिला के थे, लेकिन हमें उसकी पहचान का पता लगाना था। कुछ दिन बाद जब एक महिला का विकृत चेहरा बरामद हुआ तो पुलिस ने स्केच बनाने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया, जिसकी प्रतियां बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई, रायबरेली, लखनऊ और सुल्तानपुर में बांटी गईं ताकि महिला की पहचान की जा सके।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूला अपना गुनाह
सिधौली के सर्किल अधिकारी यादवेंद्र यादव ने कहा कि कुछ दिनों के बाद, बाराबंकी की एक मालती सिंह, जिसने मृतका की मां होने का दावा किया था, ने हमसे संपर्क किया। जब हमने शव से बरामद उसके कपड़े दिखाए, तो उसने तुरंत उनकी पहचान की। हमने 20 नवंबर को उसके पति पंकज का पता लगाया, जो 15 नवंबर से लापता था। पंकज से जब उसकी पत्नी के बारे में पूछा गया तो वह गायब होने का कोई वाजिब कारण नहीं बता सका। पूछताछ में उसने उसकी हत्या करना कबूल किया। मंगलवार को एक पुलिस टीम ने उसके घर पर छापा मारा और खून से सने कपड़े और एक धारदार चाकू बरामद किया, जिसके बाद उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया।
दोस्त की मदद से पत्नी की हत्या के बाद शरीर के किए कई टुकड़े
पंकज ने पुलिस को बताया कि वह एक मेडिकल स्टोर पर काम करता था और देर रात घर लौटता था। पंकज ने कहा कि मुझे पड़ोसियों से पता चला कि ज्योति को अक्सर पुरुषों के साथ देखा जाता था और उसने ड्रग्स लेना भी शुरू कर दिया था। मैंने उसके परिवार तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन वे भी बेबस थे। कहासुनी के बाद उसने अपने दोस्त दुजन पासी की मदद से ज्योति की हत्या कर दी और उसके शरीर के कई टुकड़े कर दिए। शव के टुकड़े घर से करीब 7 किमी दूर खेत में फेंके गए। पंकज ने वारदात को अंजाम देने से पहले अपनी दोनों बेटियों और बेटे को मामा के यहां भेज दिया था।
Author: samachar
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