जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। जिले में आराधना हत्याकांड से पर्दा उठ गया है। दिल्ली की ऋद्धा की हत्या की तरह ही इस घटना को अंजाम दिया गया था। आराधना के शव के पांच टुकड़े कर सिर तालाब में और बाकी हिस्सा कुएं में फेंक दिया गया था। हत्या के पीछे जो कहानी सामने आई है उसे जान लोग हैरान रह गए। हत्यारा पूर्व प्रेमी है। उसने आराधना की हत्या इतनी बेरहमी से क्यों की और किन लोगों ने उसका साथ दिया यह राज उसने खुद पुलिस के सामने खोला है। आइए जानते हैं क्या है हत्या के पीछे की पूरी कहानी।
16 नवंबर का कुएं में मिली थी अज्ञात लाश
आजमगढ़ जिले के अहरौला थाना क्षेत्र के पश्चिम पट्टी गांव के पास सड़क किनारे कुएं में 16 नवबंर को एक 22 वर्षीय लड़की की लाश मिली थी। लाश पांच टुकड़ों में थी। शव से सिर गायब था। लड़की के हाथ में कंगन, रक्षा तथा नाखून में नेल पालिस लगी थी। शव तीन से चार दिन पुराना था।
कंगन देख अंशिका ने किया था दावा, लाश उसके बहन की
लाश के हाथ का कंगन, नेल पालिस देखकर इसहाकपुर गांव निवासी केदार प्रजापति, उनके पुत्र सुनील प्रजापति और पुत्री अंशिका ने पहचान अराधना के रूप में की थी। पीएम के बाद परिवार के लोगों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। साथ ही आराधना के दोस्त प्रिंस पर हत्या का शक जाहिर किया था।
सीडीआर ने खोला हत्या का राज
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के मुताबिक हत्या के खुलासे के लिए पांच टीम का गठन कर दोनों अपर पुलिस अधीक्षक को भी लगाया गया था। पास के जनपदों में भी छानबीन जारी थी। साथ ही संदेह के आधार पर प्रिंस का सीडीआर चेक किया गया। प्रिंस तीन दिन पहले गांव से यह कहकर गया था कि राजस्थान जा रहा है लेकिन वह आजमगढ़ में ही अपने मामा के घर था। इससे बाद पुलिस का संदेह बढ़ा और जांच का दायरा बढ़ा दिया।
29 अक्टूबर को बनाया था हत्या का प्लान
अहरौला थाना क्षेत्र के कठही गांव निवासी प्रिंस यादव 29 अक्टूबर को ही तय कर लिया था कि अराधना की हत्या करेगा। उसने इस साजिश में अपने मामा के लड़के सर्वेश और मामा-मामी को भी शामिल कर लिया था। इसी साजिश को अंजाम देने के लिए उसने 9 नवंबर को भैरव धाम मेला देखने के बहाने आराधना को बुलाया लेकिन वह 10 को आई। प्रिंस उसे बाइक से साथ ले गया। सर्वेश भी उनके साथ था।
होटल में खाना खाने के बाद गला दबाकर की हत्या
मेले के बाद तीनों होटल में खाना खाए। फिर प्रिंस और सर्वेश उसे लेकर कंप्तानगंज थाना क्षेत्र के असरफपुर गांव गए। यहां मौका देख गन्ने के खेत में गला दबाकर आराधना की हत्या कर दी। फिर वे दो बाका लाए और एक लकड़ी का बोटा। बाके की मदद से शव को पांच टुकड़ों में काट दिया। फिर सिर को अलग और बाकी अंगों को अलग पालिथिन में पैक किया।
पोखरी में फेंका लकड़ी और सिर, बाकी शरीर कुएं में
सर्वेश और प्रिंस ने सिर को वहीं गांव के पास पोखरी में फेंक दिया। लकड़ी को भी वहीं छिपा दिया। इसके बाद बाइक से पश्चिमपट्टी गांव पहुंचे और कुएं में शव के बाकी हिस्से को फेंकने के बाद लौट गए। प्रिंस को लगा कि वह गांव वालों की नजर में राजस्थान में है। इसलिए उसपर शक नहीं जाएगा।
आराधना से प्रेम करता था प्रिंस
प्रिंस और आराधना दो साल से एक दूसरे से प्रेम करते थे। इसी बीच प्रिंस कमाने के लिए विदेश चला गया। आराधना की शादी फरवरी 2022 में अंबेडकर नगर जिले में हो गई। जब प्रिंस को शादी के बारे में जानकारी हुई तो वह विदेश से लौट आया और अपने माता पिता से आराधना से शादी करने को बोला। माता पिता ने भी उसको उकसाया कि तुम उसे अपने साथ रखो जो होगा देख लेंगे।
प्रिंस चाहता था पति को तलाक दे आराधना
विदेश से आने के बाद प्रिंस लगातार आराधना पर अपने पति को तलाक देने का दबाव बना रहा था लेकिन आराधना इसके लिए तैयार नहीं थी। यही वजह थी कि प्रिंस ने उसकी हत्या का प्लान तैयार कर लिया। उसके इस प्लान में उसके मामा-मामी, माता-पिता भी शामिल हो गए।
पुलिस मुठभेड़ में आरोपी प्रिंस यादव को लगी गोली
पुलिस युवती के कातिल की तलाश में जुटी थी। इसी बीच रविवार कोा मुखबिर से सूचना मिली कि मुख्य आरोपी प्रिंस यादव पश्चिमपट्टी गांव के पास मौजूद है। पुलिस ने उसकी घेरेबंदी की। इस दौरान हुई मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से प्रिंस यादव घायल हो गया। आरोपी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है।
मामा की बहू से भी प्रिंस के थे नाजायज संबंध
आराधना की हत्या में प्रिंस का साथ उसके मामा की बहू ने भी दिया। प्रिंस ने बताया कि मामा की बहू सुमन पत्नी बृजेश यादव से भी उसके नाजायज रिश्ते थे। जब उसने आराधना को रास्ते से हटानें की बात कही तो सुमन भी उसके साथ हो गई। कारण कि सुमन भी आराधना से नफरत करती थी। इसलिए सभी ने मिलकर हत्या की योजना तैयार की।
शनिवार की रात पुलिस के हत्थे चढ़ा प्रिंस
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने प्रिंस को शनिवार की रात गिरफ्तार किया। इसके बाद उसके बताए अनुसार कपड़ा, सिर, लकड़ी का बोटा, मृतका का मास्क आदि पुलिस ने बरामद किया। गन्ने के खेत में पुलिस को खून के साथ ही जिंस का टुकड़ा भी मिला। बाकी कपड़े के प्रिंस ने जलाकर नहर में फेंक दिया था।
आलाकत्ल बरामदगी के दौरान पुलिस पर किया फायर
पुलिस प्रिंस को लेकर रविवार को पश्चिमपट्टी के पास आलाकत्ल को बरामद करने के लिए गई थी। बाके के पास ही प्रिंस ने तमंचा भी छिपाया था। उसने तमंचे से पुलिस पर फायर कर भागने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लगी। उसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है।
आराधना की हत्या में नौ लोग है शामिल
आराधना की हत्या में जिन आठ लोगों ने प्रिंस का साथ दिया है उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक घटना में कप्तानगंज थाना क्षेत्र के असरफपुर निवासी सर्वेश यादव पुत्र रामा यादव, सुमन पत्नी बृजेश यादव, रामा यादव पुत्र हरिराम यादव, कमलावती पत्नी संतराज यादव, शीला यादव पत्नी रामा यादव अहरौला थाना क्षेत्र के कठही निवासी प्रिंस की बहन मन्जू यादव पुत्री राजाराम, प्रमिला यादव पत्नी राजाराम, राजाराम पुत्र स्व. जंगबहादुर शामिल हैं। सभी को पुलिस तालाश कर रही है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."