ठाकुर के के सिंह की रिपोर्ट
मथुरा। जन्मभूमि को जोड़ने वाले पुल में बार बार दरार आ रही हैं, संबंधित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी खाना पूर्ति कर अपने काम की इतिश्री कर लेते हैं। लेकिन अगले ही दिन फिर जनता को समस्या से रूबरू होना पड़ता है। यही कहानी बन गई है इस पुल की।
ना जाने ऐसा कौन सा मटेरियल लगता है, जो आये दिन खराब हो जाता है। उस समय संबंधित महकमे ने प्राथमिकता दिखाते हुए पुल को पेच वर्क से सजाया दिया । दो माह बाद फिर गड्ढे पैदा हो गए।
करोड़ों की लागत से बना हुआ पुल अब तलक ना जाने कितनी बार पैच वर्क से ढका गया है। सुबह से शाम तक हजारों पैदल राहगीर और वाहन यहां से होकर गुज़रते है ।
योगी सरकार रोड के गड्ढे भरने पर विशेष ध्यान दे रही है, लेकिन लगता है कि इस ओर विभागीय अधिकारी आंख बंद कर सो गए हैं।
Author: samachar
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