दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
यूपी में बंदरों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बंदर कभी डीएम का चश्मा लेकर भागा तो कभी दारोगा की टोपी लेकर। बंदरों ने कहीं-कहीं तो कोतवाली में घुसकर भी खूब उधम चमाया। इसी तरह का एक मामला कन्नौज से सामने आया है। सोमवार को एक दरोगा की खड़ी बाइक से कुछ बंदर केस डायरी निकाल ले गए और केस डायरी को फाड़कर तार-तार कर दिया। आफिस में बैठे दरोगा को कुछ देर तक के बाद बंदर के केस डायरी ले जाने की जानकारी हुई, लेकिन तब तक बंदरों ने पूरी केस डायरी को फाड़ दिया।
शहर में हर जगह बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप व सार्वजनिक जगहों पर बंदर हर आने-जाने वाले व्यक्तियों के लिए मुसीबत बन गए हैं। बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन पर तो आए दिन यात्रियों के सामान को उठा ले जाते हैं। इसके बाद यात्रियों के खिलाने-पिलाने पर वह उनका सामान वापस करते हैं, कई बार तो यात्री अपना सामान वापस पाने के लिए घंटों परेशान रहते हैं।
सोमवार को कुछ ऐसा ही मामला सदर कोतवाली में हुआ। कोतवाली के दरोगा रोहित सिंह अपनी बाइक खड़ा करके ऑफिस अंदर बैठकर अन्य जरूरी काम निपटाने लगे, इसी बीच उनकी गाड़ी में पड़ी हुई केस डायरी को बंदर निकाल ले गए और उसे डायरी को फाड़कर तार-तार कर दिया। कुछ देर के बाद उनको जानकारी हुई। दरोगा ने कहा कि अब उनको केस डायरी को नए सिरे से दोबारा तैयार करनी पड़ेगी।
Author: samachar
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