दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में वोटर लिस्ट में एक पाकिस्तानी महिला का नाम सामने आया है। मामला सामने आने के बाद से पाकिस्तानी महिला का नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है। वह फिलहाल मुरादाबाद के पाकबारा नगर पंचायत इलाके में लॉन्ग टर्म वीजा पर रह रही है। यह मामला तब सामने आया, जब मतदाता सूची की जांच की जा रही थी।
जिला कलक्टर शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि शबा परवीन नाम की महिला वर्ष 2005 में नदीम अहमद से शादी कर पाकबड़ा नगर पंचायत में रह रही थी। तब से वह इसी क्षेत्र में रह रही है।
2017 में जब मुरादाबाद में नगर पंचायत का चुनाव हुआ तो उसका नाम मतदाता सूची में शामिल किया गया। हालांकि नियमों के मुताबिक उसका नाम इसमें शामिल नहीं किया जा सकता था, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते वो मतदाता बन गई।
मामले ने तूड़ पकड़ा तो विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिकारियों ने जांच की। इसके बाद महिला का नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया। इस पूरे मामले जिलाधिकारी ने कहा कि इस गड़बड़ी पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह मामला तब सामने आया जब हाल ही में मतदाता सूची की जांच की जा रही थी।
नगर पंचायत अध्यक्ष ने कहा- रुपए लेकर बनवाए जा रहे फर्जी वोट
नगर पंचायत अध्यक्ष खेमवती ने नौ नवंबर को डीएम से बीएलओ के सुपरवाइजर रहीसुद्दीन, अनिल शर्मा व गंगा सरन की शिकायत की थी। उनका कहना था कि तीनों अन्य पार्टियों के संभावित प्रत्याशियों से रुपये लेकर फर्जी वोट बनवा रहे हैं। 500 नए वोट बनवाए गए हैं। उन्होंने आशंका जताई कि करीब तीन हजार फर्जी वोट बने हैं।
कराची की रहने वाली हैं शबा
शबा परवीन की शादी 23 सितंबर, 2005 को पाकबड़ा के नदीम अहमद से हुई थी। नदीम पीतल फर्म में काम करते हैं। शबा की बुआ पल्लूपुरा मिलक गांव में रहती हैं। नदीम ने बताया कि उन्हीं के घर पर उनका शबा से निकाह हुआ था। हमारे दो बच्चे भी हैं। शबा मेरे पिता की मौसेरी बहन की बेटी हैं। शबा का परिवार कराची में रहता है। निकाह के बाद से शबा लांग ट्रर्म वीजा पर उनके साथ रह रही हैं। 2017 की वोटर लिस्ट में भी शबा का नाम आ गया था। पता लगने पर कटवा दिया था। इस बार शबा का वोट वार्ड-15 और 18 दोनों की वोटर लिस्ट में शामिल है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."