सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
अयोध्या। अक्सर लोग अपने जन्मदिन को आलीशान होटलों एवं प्रतिष्ठानों में घर-परिवार या फिर अपने अजीज दोस्तों के साथ मनाते है लेकिन कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो अपने किसी भी खुशी के पलों को गरीबों के बीच जाकर खुशियां बाटते है।
इन्ही वाक्यों को चरितार्थ करते हुए समाजसेवी पत्रकार अश्विनी पाण्डेय ने अपने जन्मदिन को अयोध्या क्षेत्र के गरीब बच्चों के बीच मनाकर मिसाल पेश किया। गरीब बस्तियों में पहुंचकर छोटे बच्चों के बीच जाकर किताब पेन रबर कटर व बिस्किट बाँटकर अपनी खुशियां साझा की।
अश्विनी पाण्डेय ने कहा कि जब ईश्वर हमें मनुष्य का जन्म दिया तब ही उसने हमें इस लायक बना दिया और इस जीवन को लोगों की मदद में लगाना चाहिए। मदद न करने के लिए बहाने तो लाखों मिल जाते हैं पर एक बार किसी की मदद कर जो सुकून मिलता है वह तमाम ऐशोआराम आपको नहीं दे सकते। जीवन मे हमें जब भी कुछ अच्छा करने को मौका मिला तो अपने जीवन का वो हर एक मूल्यवान समय ऐसे ही सामाजिक कार्यो में समर्पित करता रहा हूँ। वर्तमान समय में तो हर एक इंसान सिर्फ अपनों में ही व्यस्त जिये जा रहा है तो हम यदि इसी समय मे अपनो से निकल कर ऐसे जीवंत सामाजिक कार्यो के करने से एकाकी जीवन से निकल कर आत्मिक सुकून को प्राप्त करता हूँ जिसकी अनुभूति ही जीवन जीने का एक मात्र साध्य है।ऐसे में इन बच्चों के चेहरे पर खुशीया मेरे इस जीवन के लिए किसी भी पुरस्कार से कम नही मेरा जन्मदिन मेरे लिए यादगार पल है कि मैंने ऐसे समाज के बीच अपना जन्मदिन मनाया है जिसे मैंने कभी सोचा नहीं था आज गरीब बच्चों के बीच अपना जन्मदिन मना कर मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."