दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने उपचुनाव के लिए मैनपुरी लोकसभा सीट पर डिंपल यादव को उम्मीदवार बना कर सस्पेंस खोल दिया है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा की तरफ से उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस बर्करार है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव उम्मीदवार बनाकर मुकाबला दिलचस्प कर सकती है।
दरअसल यादव बिरादरी के वोट और मुलायम यादव परिवार के नाम के चलते भाजपा अपर्णा यादव को उतारने का मन बना रही है। हालांकि बीजेपी की तरफ से अभी ऐसा कोई बयान नहीं आया है, लेकिन अगर अपर्णा यादव मैनपुरी से उम्मीदवार घोषित हुई तो देवरानी जेठानी में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।
बता दें कि 5 दिसंबर में मैनपुरी सीट पर चुनाव होना है। मुलायम सिंह के निधन के बाद ये सीट खाली हुई है। 8 दिसंबर को चुनाव के नतीजों का ऐलान कर दिया जाएगा। मैनपुरी समाजवादी पार्टी की अभेद्य दुर्ग सीट है। पिछले 26 साल से मैनपुरी सीट पर समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा है। मुलायम सिंह 5 बार मैनपुरी सीट से सांसद रहे हैं। एक तरह ये मैनपुरी सीट समाजवादी पार्टी की घरेलू सीट है। सीट पर 1996 से लगातर सपा का कब्जा रहा है।
डिंपल को टिकट देना सपा का सरप्राइज करने वाला फैसला रहा। वो इसलिए क्योंकि अखिलेश यादव ने करीब 5 साल पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि पत्नी अब चुनाव नहीं लड़ेंगी। अखिलेश ने इसे खुद डिंपल यादव का फैसला बताते हुए यह बात कही थी। डिंपल 2 बार सांसद रह चुकी हैं। कन्नौज से उपचुनाव और फिर 2014 के चुनाव में वह सांसद बनी थीं। इसके बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा।
Author: samachar
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