अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
मैनपुरी: उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों की निगाहें टिकीं हुई है। वहीं समाजवादी पार्टी के लिए अपने गढ़ को बचाने की बड़ी चुनौती है। इसे लेकर सपा प्रमुख अपने वरिष्टकार्यकताओं के साथ बैठक कर बड़ा फैसला लिया है।
उन्होंने उपचुनाव से पहले मैनपुरी जिले के जिला अध्यक्ष को बदल दिया है। उपचुनाव से ठीक पहले जिला अध्यक्ष को बदल कर सपा प्रमुख ने बड़ा संकेत दिए है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सपा प्रमुख ने आलोक शाक्य को जिला अध्यक्ष बना कर शाक्य वोट को अपने पाले में करने की कोशिश में हैं। बता दें कि पूर्व विधायक आलोक शाक्य सपा सरकार में रह चुके हैं शिक्षा मंत्री रहे हैं। इसके पहले देवेंद्र सिंह यादव सपा के जिला अध्यक्ष थे।
गौरतलब है कि मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद रिक्त हुई लोकसभा सीट पर उपचुनाव को लेकर जिले में 5 दिसंबर को मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। 8 दिसंबर को प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला सुनाया जाएगा। जिसके चलते कलेक्ट्रेट परिसर में नामांकन प्रक्रिया संपन्न कराने के लिए 10 नवंबर से 17 नवंबर तक कलेक्ट्रेट परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
कलेक्ट्रेट परिसर की ओर जाने वाली सभी मार्गों पर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग कर दी गई है। किसी भी अनावश्यक व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। नामांकन प्रक्रिया के दौरान पीएसी और पैरामिलेट्री फोर्स के जवान भी तैनात रहेंगे। जिससे कि नामांकन प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जा सके।
Author: samachar
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