दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
वाराणसी। देव दीपावली देखने वाराणसी आए लोगों को दुर्व्यवस्था का जमकर सामना करना पड़ा। घाटों को जाने वाली गलियां शाम 6 बजे से लेकर देर रात तक जाम की चपेट में रही। दुर्व्यवस्था का आलम यह था कि सड़क तक निकलने वाली गलियों में कोई सुरक्षा कर्मी तक तैनात नहीं था। सबसे ज्यादा फजीहत महिलाओं, युवतियों, बच्चों और बुजुर्गों की हुई। शिवाला घाट व चेतसिंह घाट जाने वाले लोग 3 से 4 घण्टे तक जाम में फंसे रहे।
भीड़ का आलम यह था कि लोगों की जान अटकी रही। कुछ लोगों ने पुलिस अधिकारियों को फोन कर सुरक्षा की गुहार लगाई लेकिन नतीजा शून्य रहा। देर रात तक गलियों में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। सुरक्षा व्यवस्था घाट किनारे ही नजर आई। गलियों में सुरक्षाकर्मी ड्यूटी पॉइंट छोड़ कर नदारद रहे।
भीड़ से चरमराई व्यवस्था
भीड़ ने यातायात व्यवस्था को बुरी तरह बिगाड़ दिया। अस्सी घाट पर गंगा आरती देखने पहुंची भीड़ के बीच अफरा तफरी जैसा माहौल बन गया। भीड़ के बीच घाट किनारे मंदिर और चबूतरे पर भीड़ उमड़ पड़ी। माताएँ अपने बच्चों के साथ भीड़ से बाहर निकलने की परेशान हो गई। बढ़ती भीड़ के बीच पुलिस व्यवस्था बिलकुल फेल हो गई। देव दिवाली शुरू होने के पहले आस्सी घाट के सामने आकाश दीप एक महिला के बगल में गिरा। महिला सुरक्षित बच गई।
जमकर हुई धक्कामुक्की
अस्सी घाट से नगवा रविदास घाट नगवा चौराहा लंका जाने वाले मार्ग पर पैदल चल रही भीड़ कदम रखने का कही पर जगह नहीं बची। भीड़ की दबाब से लोग धक्कामुक्की करते हुए चल रहे थे। अस्सी लंका इलाके से मुख्य मार्ग से संपर्क मार्ग और गलियों में कहीं कोई जगह नहीं बची।
Author: samachar
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