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November 22, 2024 1:31 pm

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प्रधानाध्यापक पर्यावरण पर बच्चों के साथ करते हैं संवाद और स्वयं करते रहते हैं विद्यालय परिसर को हरीतिमायुक्त

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

अतर्रा (बांदा)। प्राथमिक विद्यालय पचोखर-2, क्षेत्र महुआ के प्रधानाध्यापक प्रमोद दीक्षित मलय ने विद्यालय में कदम्ब के दो पौधे रोपकर परिसर को हराभरा बनाने के अपने अभियान को गति मान रखा है।

संकल्प के धनी प्रमोद दीक्षित ने अब तक परिसर में तीन दर्जन से अधिक पौधे रोपकर वातावरण को आनन्ददायक बना दिया है।

खंड शिक्षा अधिकारी महुआ विनोद कुमार पटैरिया के निर्देश एवं मार्गदर्शन में विद्यालय न केवल शैक्षिक अपितु अन्यान्य क्षेत्रों में बढ़ रहा है। विद्यालय परिसर हरीतिमायुक्त एवं सुरभित हुआ है। ऐसे प्रयासों से आक्सीजन बाबा रामकृष्ण अवस्थी शिक्षामित्र का अभियान भी गतिशील होता है।

शिक्षक साहित्यकार प्रमोद दीक्षित मलय बताते हैं कि अगस्त 2019 में प्राथमिक विद्यालय पचोखर-2 में प्रधानाध्यापक का कार्यभार ग्रहण किया था। विद्यालय का परिसर हालांकि बहुत छोटा है पर उस समय विद्यालय में पेड़-पौधों का अभाव था। योजना बनाकर पौधारोपण का काम शुरू किया और तरह-तरह के पौधे रोपे गये जो आज फल, फूल और छाया दे रहे हैं। पक्षियों ने घोंसले भी बनाये हैं। चिड़ियों का कलरव बहुत शांति देता है।

विद्यालय आने वाले व्यक्ति हराभरा परिवेश देख खुश होकर प्रशंसा करते हैं। शहतूत और अमरूद फलने लगे हैं। आगे कहा कि विद्यालय के आगे के हिस्से में गर्मियों में तेज धूप के कारण कमरों में तपन रहती है। इस कारण कदम्ब का एक पौधा सामने और एक पौधा पीछे की ओर रोपित किया है ताकि तेज धूप से बचाव हो सके और कमरों में शीतलता अनुभव हो। शीघ्र ही बेलें, फूलदार एवं शोभाकारी 30 पौधे रोपे जायेंगे। पौधों की देखरेख के लिए बच्चों की टोली बनी है जो निराई-गुड़ाई एवं सिंचाई का काम देखती है। इससे बच्चों में रचनात्मकता का विकास भी होता है और वे प्रकृति के साथ आत्मीयता से जुड़ते भी हैं।

विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं महेंद्र गुप्ता, राकेश द्विवेदी, नीलम कुशवाहा, विनीता वर्मा, ज्योति उपाध्याय एवं उर्मिला कुशवाहा तथा रसोईयों लक्ष्मी देवी, सीमा देवी एवं संती का सहयोग भी मिलता है। यह पूरा काम टीम वर्क का परिणाम है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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