दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर, अक्सर सुर्खियों में रहने वाली मित्र पुलिस का एक यह भी चेहरा सामने आया है। जहां एक वृद्धा अपनी नाती से परेशान होकर उसकी शिकायत करने के लिए नर्वल थाने नंगे पैर पहुंची। यह देख वहां मौजूद पुलिस ने उसे चप्पल मंगवाकर अपने हाथों से पहनाई। इस पर वृद्धा ने पुलिसकर्मी की पीठ थप-थपाई।
नर्वल थाने की चौखट पर शुक्रवार दोपहर ऐसा कुछ हुआ जिसको देखने वाला हर आम और खास वाह-वाह करता नजर आया। पुलिस की संवेदनशीलता देख एक मां की ममता थाने की चौखट पर खाकी वाले बेटे की पीठ थपथपाए जा रही थी।
पैदल नंगे पैर शिकायत लेकर नर्वल थाने पहुंची 80 वर्षीय वृद्धा को नंगे पैर देख दारोगा ने कुर्सी पर बिठाया। अपने हाथों से लड्डू मंगाकर खिलाया और पानी पिलाया। शिकायत सुनने के बाद वृद्धा को दुकान से नई चप्पलें मंगाकर खुद पहनाया।
दारोगा की इस सेवा को देखकर वृद्ध मां का दिल भर आया। आंखों से निकल रहे आंसुओं के बीच मुह से केवल आशीर्वचन ही निकल रहे थे। पूरे दिन दारोगा की इस कर्तव्यपरायणता की चर्चा थाने व आसपास होती रही।
नर्वल के हजरतपुर निवासी विधवा 80 वर्षीय रामरती शुक्रवार दोपहर अपनी शिकायत लेकर अकेले ही नर्वल थाने पहुंचीं। थाने में शिकायत सुन रहे दारोगा अमित यादव ने जब वृद्धा को नंगे पैर और अकेले देखा तो पूछा अम्मा चप्पलें तुम्हारी कहां हैं।
इतना सुनते ही रामरती ने कहा साहब चप्पल हमरे पास नहीं हैं। हम नंगे पैर ही गांव से पैदल चल के आई हन। साहब हमार नाती हमका बहुत परेशान कर रहा है। बुढ़ापा म हमारा जियब हराम कीन्हे है। इतना सुनते ही दारोगा अमित यादव ने रामरती को सहारा देकर कुर्सी पर बिठाया। लड्डू मंगाकर अपने हाथों से खिलाया और पानी पिलाया।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."