राकेश तिवारी की रिपोर्ट
चाँदपलिया, सलेमपुर : चाँदपालिया के कैटलिस्ट् कोचिंग क्लासेस मे आज गांधी व शास्त्री जयंती के शुभ अवसर पर सत्य और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा जय जवान जय किसान के प्रणेता,सादा जीवन उच्च विचार के साथ सादगी एवं सादगी तथा महानता की प्रतिमूर्ति भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री भारतरत्न लालबहादुर शास्त्री के जन्मदिवस पर कैटलिस्ट् कोचिंग क्लासेस के बच्चो ने अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की l
इस राष्ट्रीय पर्व पर कोचिंग के डायरेक्टर मधुसूदन त्रिवेदी एवं संस्थापक सर्वेश द्विवेदी द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। तत्पश्चात इन दोनो युग पुरुषों की प्रतिमा पर पुष्पांजलि करके एवं उनके गुणगानों का वर्णन किया गया। इसी क्रम में कोचिंग के अध्यापक क्यास श्रीवास्तव ने कहा कि ये दोनो युगपुरुष हमारे आदरणीय हैं, पूजनीय हैं, जिन्हें सम्पूर्ण कृतज्ञ राष्ट्र नमन करता है।
कोचिंग के गणित के अध्यापक राजू प्रसाद ने दूरभाष के माध्यम से कहा कि गांधी जी राष्ट्रपिता थे। आजादी की लड़ाई में उनके विशिष्ट योगदान को राष्ट्र कभी भूल नही सकता, शास्त्री जी राष्ट्रसेवा को ही अपना परम सौभाग्य समझते थे।वह सदा जीवन उच्च विचार के धनी थे। उन्होंने शास्त्री जिनके लिए लालो में लालबहादुर, भारत माता का वह प्यारा तथा गांधी जी के लिए चल पड़े जिधर दो डग मग में, कविता सुनाया तथा सबको उनके आदर्शो पर चलने की सलाह दी ।
डायरेक्टर मधुसूदन त्रिवेदी ने दोनो महापुरुषों के अनेकों कृतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्र के समग्र विकास के लिए आज आवश्यकता है कि हम इन महापुरुषों के जीवनी से सीख लें और अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें।
इस मौके पर अनिल गुप्ता, खुशी कुशवाहा , प्रियंका कुमारी कुशवाहा, प्रवीण त्रिवेदी, ऋषभ यादव आदि लोगो ने बड़े ही मार्मिक ढंग से संबोधित किया।
इस मौके पर आकांक्षा , सौम्या, अन्नू , नेहा , विनय , साक्षी ,आयुष ,आदित्य गुप्ता ,रानी गुप्ता ,आर्यन, अनूप शर्मा ,दीपक यादव, सत्यम यादव , अनामिका, अमन ,बृजेश, पलक ,स्नेहा, दिव्यांशु ,आदित्य ,नितेश, विकास शाह, प्रीति कुशवाहा, आराधना कुमारी, खुशबू कुमारी, अंशु गुप्ता, सोनू कुमार ,पायल कुमारी, विशाल यादव ,चांदनी कुमारी ,अंकिता यादव ,रूबी भारती ,शिवांगी यादव ,पूजा यादव आदि अनेकों बच्चों की उपस्थिति रही l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."