दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
मेरठ, पारिवारिक विवाद की सूचना पर पहुंची पुलिस दो युवकों को पकड़कर थाने ले आई। पीछे से पहुंची तीन महिलाओं ने थाने में हंगामा कर दिया। महिला सिपाही ने रोका तो उन्होंने हमला कर दिया। उसकी वर्दी तक फाड़ दी। शोर सुनकर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने महिला सिपाही को छुड़ाया। इस दौरान महिला सिपाही का बच्चा भी चोटिल हो गया। पुलिस ने अपनी ओर से मुकदमा दर्ज कर लिया है।
टीपीनगर थाना क्षेत्र के चंद्रलोक कालोनी निवासी रेनू की शादीशुदा ननद पूजा भी कालोनी में ही अलग रहती है। पिछले दिनों रेनू ने पति सचिन का मोबाइल अपने भाई अरुण निवासी साबुन गोदाम को दे दिया था। शुक्रवार शाम सचिन ने मोबाइल के बारे में पूछा तो रेनू ने बताया कि भाई को दे दिया। दंपती में विवाद हो गया था।
रेनू को लगा कि ननद के कहने पर पति ने मोबाइल के बारे में पूछा था। रेनू ने मायके वालों से शिकायत कर दी। रात में रेनू, उसका भाई, मां पुष्पा और बहन प्रीति एकत्र होकर पूजा के घर पहुंच गए और बखेड़ा शुरू कर दिया। पूजा ने भाई सचिन को बताया तो वह भी आ गया। आरोप है कि दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। पुलिसकर्मी अरुण और सचिन को थाने ले आए।
पीछे-पीछे रेनू, पुष्पा और प्रीति भी पहुंच गई। ड्यूटी कर रही सिपाही प्रीति ने महिलाओं से सुबह आने के लिए कहा। आरोप है कि इस पर उन्होंने महिला सिपाही पर हमला कर दिया। उसकी वर्दी फाड़ दी। कार्यालय में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान सिपाही का मासूम बेटा भी घायल हो गया। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से मामला शांत कराया।
इसके बाद महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। तीनों महिलाओं और अरुण-सचिन के खिलाफ पुलिस ने अपनी ओर से और दूसरा मुकदमा पूजा की ओर से दर्ज किया गया है। रात में ही सभी का मेडिकल कराया गया। थाना प्रभारी संतशरण सिंह ने बताया कि महिलाओं ने हंगामा किया था। उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
मेरठ में बिजली बंबा बाईपास स्थित एक कालोनी निवासी महिला अधिवक्ता हापुड़ रोड पर जा रही थी। तभी कालोनी में सफाई करने वाली कंपनी के कर्मचारियों ने उनकी गाड़ी रोक ली। आरोप है कि अभद्रता करते हुए छेड़छाड़ की। शोर सुनकर आसपास के लोग आ गए, जिन्हें देखकर आरोपित भाग गए। महिला ने मामले की शिकायत एसएसपी से की। उन्होंने संबंधित चौकी प्रभारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."