कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
जालौन। दिनांक 30/09/2022 को थाना राजपुर कानपूर देहात क्षेत्र के अंतर्गत शिवाकांत की मौत का विरोध प्रदर्शन देखने मिलने लगा। शासन प्रशासन के षडयंत्र का शिकार पीड़ित परिवार के मुख्य व्यक्ति समर सिंह उर्फ गुडडू पूर्व ब्लाक प्रमुख समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता को फर्जी मुकदमा लगाकर जेल भेजने का कार्य किया गया। जिससे ग्रामीण क्षेत्रो मे उत्तर प्रदेश सरकार के तानाशाही रवैए को देखकर क्षेत्र की जनता-जनार्दन के बीच विरोध प्रदर्शन शान्तिपूर्ण तरीके से शोक प्रकट प्रकट करने को मजबूर आज ब्लाक राजपुर क्षेत्र के भाल गाँव में शुक्रवार शाम को सर्व समाज की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक के मुख्य आयोजन कर्ता देवेन्द्र सिंह ने बताया कि विगत 22 अगस्त को ग्राम महेबा जनपद जालौन निवासी समाजवादी पार्टी के पूर्व ब्लाक प्रमुख समर सिंह चौहान( गुडडू महेवा) के भतीजे शिवाकांत सिंह की इटावा जनपद के उसराहार पुलिस चौकी क्षेत्र के कुदरोल में रहस्यमय ढंग से मौत हो गयी थी। पहले इसे अचानक हुई दुर्घटना बताया गया। किंतु कुछ विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ कि ये दुर्घटना नहीं बल्कि रसूखदारों की मिली भगत व उनके अन्य साथियों द्वारा शिवाकांत की नृशंस हत्या व्यावसायिक एवं राजनीतिक उद्देश्यों से कराई गई है। इसकी जानकारी प्राप्त होते ही परिजनों ने न्याय पाने के लिए पुलिस व प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। अत्यंत शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण पहलू ये है कि घटना को अंजाम देने में कुछ बड़े व्यक्तियों की संलग्नता होने के कारण पुलिस व प्रशासन कोई संतोषजनक कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। परिवार एवं जनता द्वारा ज्यादा दबाव देने पर पीड़ितों के विरुद्ध ही मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
परिजनों के मुताबिक़ सपा के पूर्व ब्लाक प्रमुख समर सिंह चौहान(गुडडू महेवा) द्वारा लगातार मृतक भतीजे शिवाकांत सिंह की मौत का न्याय पाने के लिए सर्व समाज को जोड़कर गाँव गाँव बैठकें की जा रही थी। जिसके चलते पूर्व ब्लाक प्रमुख के अलावा मृतक शिवाकांत सिंह के ससुर देवेन्द्र सिंह समेत छह लोगों को जनपद जालौन के लगभग पाँच थानों की पुलिस ने 28 सितम्बर बुधवार भोरपहर तीन बजे अचानक पकड़कर लिया और गंभीर धाराओं में मुक़दमा दर्ज कर जेल भेज दिया वाकी अन्य पाँच लोगों के खिलाफ़ 151 की कार्यवाई की।
तमाम कोशिशों के बाद भी शिवाकांत की हत्या करवाने वालों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।
सर्व समाज की बैठक में इन बातों पर विस्तार से चर्चा की गई और सर्वसम्मति से ये निर्णय लिया गया कि शिवाकांत की हत्या में सम्मिलित सभी लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए सर्व समाज के सभी लोग एकजुट होकर संघर्ष करेंगे और पूरे मामले की सीबीआई जाँच की मांग की।
प्रधान बब्बन दीक्षित, पूर्व प्रधान वीरेन्द्र सिंह,रामबली सिंह, विनोद प्रताप सिंह बाली, सुनील सिंह होंडा, महेन्द्र सिंह, रमाकांत सिंह, महेन्द्र सिंह अध्यापक, रमेश सिंह, लाल सिंह, सतीश सिंह, सरमन सिंह, विक्रम सिंह, सुरेश सचिव,जसवंत सिंह, वीरेन्द्र ठेकेदार के अलावा लगभग दो सैकड़ा लोगों ने न्याय की मांग की।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."