Explore

Search

November 1, 2024 8:55 pm

दोस्त को बोल देता था “साला” जिसका बदला इतना खौफनाक होगा बेचारे को क्या पता ? पढ़िए क्या है मामला

1 Views

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

बिजनौरः उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में कक्षा नौ के छात्र रोहित कुमार की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि रोहित की हत्या करने के पीछे बड़ी वजह है, जिसके चलते रोहित के घनिष्ठ मित्र जुनैद ने उसकी हत्या कर दी। वहीं, पुलिस ने हत्यारे छात्र जुनैद को गिरफ्तार कर धामपुर पुलिस को सौंप दिया है।

जानें क्या है पूरा मामला

बता दें कि मामला नगीना थाना क्षेत्र के गांव काजीवाला का है। जहां के निवासी रोहित कुमार की गुरुवार की शाम को धामपुर क्षेत्र में हत्या कर दी गई थी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। साथ ही पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गांव पुरैनी में स्थित टोल प्लाजा पर सीसीटीवी कैमरे खंगाले। जिससे पुलिस को हत्या का खुलासा करने में मदद मिली।

इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी सुमित शुक्ला ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे में दोपहर करीब एक बजे के आसपास रोहित एक मोटरसाइकिल पर अपने दोस्त जुनैद के पीछे बैठा हुआ दिखा था। जिसके बाद उन्होंने बताया कि मामले में तत्परता दिखाते हुए सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर आरोपी छात्र जुनैद को रात में ही गिरफ्तार कर धामपुर पुलिस को सौंप दिया गया था।

मौत के घाट उतारने से पहले जुनैद ने रोहित को पिलाई दारू

वहीं, सीओ ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी जुनैद ने पुलिस को बताया कि उसने नगीना के कालाखेड़ी में स्थित एक शराब की दुकान से छह पव्वे खरीदें। जिसके बाद वह मोटरसाइकिल पर अपने दोस्त रोहित को लेकर धामपुर की तरफ एक बाग में चला गया। जहां उसने पांच पव्वे रोहित को पिलाएं और एक पव्वा खुद पीने के बाद चाकू से रोहित की गला काटकर हत्या कर दी।

जानें हत्या की वजह

आरोपी छात्र जुनैद ने आगे बताया कि मृतक छात्र रोहित उसकी बहन के साथ छेड़छाड़ करता था और उसे साला कहकर बुलाता था। इससे वह अपने आप को अपमानित महसूस करता था। इसी कारण उसने रोहित की हत्या करने का प्लान बनाया। सीओ ने बताया कि पुलिस ने आरोपी जुनैद के पास से हत्या में प्रयुक्त चाकू, मोटरसाइकिल और मृतक छात्र का मोबाइल भी बरामद किया है। 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."