मधुबाला राठौड़ की रिपोर्ट
बहादुरगढ़ : उत्तर प्रदेश से अपने भतीजी के जन्मदिन पर आई बुआ के साथ एक पड़ोसी युवक ने दुष्कर्म की कोशिश की। पीड़िता ने खूब संघर्ष कर खुद को बचाया, मगर आरोपित ने उसे दांतों से बुरी तरह काट लिया। पीड़ित परिवार रात से लेकर सुबह तक बार-बार पुलिस को फोन करता रहा। पुलिस आई और उसे अस्पताल में दाखिल करवाने की बात कहकर वापस लौट गई। शुक्रवार दोपहर तक पीड़िता के बयान दर्ज नहीं हो सके थे।
पीड़िता मूल रूप से यूपी के प्रयागराज (इलाहाबाद) जिले की रहने वाली है। उसका भाई बहादुरगढ़ के सांखौल गांव के पास किराये पर रहता है। 10 सितंबर को पीड़िता अपने भाई के पास आई थी। 14 सितंबर को उसकी भतीजी का जन्मदिन था।
बाद में दीवाली पर सभी एक साथ गांव जाने वाले थे, इसलिए पीड़िता भी यहीं पर अकेली रूक गई। उसके पति और बच्चे गांव में हैं। 15 दिनों तक तो वह अपने भाई के पास ही रही। इस बीच उसने सेक्टर-16 की एक फैक्ट्री में नौकरी शुरू कर दी। दो दिन पहले ही उसने अपने भाई हो यह कहते हुए अपना अलग कमरा ले लेया था, कि वह कब तक उनके पास रहेगी। अलग कमरे में उसकी एक रात ही चैन से गुजरी थी।
वारदात से पहले आरोपित और उसके साथियों का वीडियो आया सामने
बताते हैं कि जिस युवक ने महिला के साथ दुष्कर्म की कोशिश की, उसने वारदात से पहले अपने साथियों के साथ पास के ही कमरे में शराब पार्टी की थी। इसका वीडियो भी बनाया था। उसमें आरोपित के तीन और साथी दिख रहे हैं। उन्हाेंने हाथ में शराब की बोतल और गिलास ले रखे हैं। ऐसे में आशंका है कि कहीं चारों ने तो इस बारे में प्लानिंग नहीं की थी। इस पर पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही पूरा मामला साफ होगा।
पीड़िता की भाभी बोली… थाने गई तो पुलिसकर्मी ने हड़काया
पीड़िता की भाभी ने बताया कि रात में एक बजे घटना हुई। उन्होंने 100 नंबर पर काल की तो वहां से सेक्टर-छह थाने का नंबर दिया। किसी तरह इंतजार करने के बाद पुलिस आई और उसकी ननद को अस्पताल में दाखिल करवाने की बात कहकर चली गई। सुबह साढ़े पांच बजे अाने का समय दिया। सुबह जब साढ़े सात बज गए तो उसने संंबंधित पुलिसकर्मी के पास कई बार फोन किए। कभी आधे घंटे ताे कभी 10 मिनट में आने की बात कहते रहे। फिर फोन उठाना ही बंद कर दिया। इसके बाद वह अस्पताल से पैदल ही थाने पहुंची। वहां पुलिसकर्मियों से बात की तो उल्टा उसे ही हड़काया…बोले ऐसा क्या हो गया, क्यों बार-बार फोन कर रहे हो। इसके बाद 11 बजे तक कोई भी पुलिसकर्मी अस्पताल में बयान लेने नहीं आया। उधर, सिविल अस्पताल से पीड़िता को रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया गया।
Author: samachar
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