चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कर्नलगंज गोंडा। देश व प्रदेश की सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का भरपूर प्रयास कर रही है। फिर भी अधिकारियों व कर्मचारियों के कान में जूं नही रेंग रहा है। जिससे कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में भ्रष्टाचार चर्म पर पहुंच गया है। जिसका उदाहरण परसपुर क्षेत्र के एक गांव में अनुसूचित जाति के जीवित व्यक्ति को मृत दिखाकर उसके नाम दर्ज कागजात भूमि को ब्राह्मण वर्ग के लोगो के नाम बतौर वारिस दर्ज कर दी गई है।
प्रकरण कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के ग्राम बहुवन मदार माझा से जुड़ा है। यहां के निवासी फूलचंद ने एसडीएम व डीएम को प्रार्थना पत्र देकर अपने को जीवित साबित करने का प्रयास शुरू किया है। फूलचंद ने बताया कि वह अनुसूचित जाति के सगे 6 भाई हैं सभी जीवित है, सभी भाइयों से वह छोटा है। उसने अपनी खतौनी निकलवाई तो देखा कि उसे मृत दिखाकर गांव के ही तीन ब्राह्मणों का नाम बतौर वारिस दर्ज किया गया है। जिससे वह अपने को जीवित साबित करके अपनी सम्पति पुनः अपने नाम दर्ज कराने का प्रयास करना शुरू किया है।
उसने प्रकरण की जांच कराकर जाल साजों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराते हुये न्याय संगत कार्रवाई किये जाने की मांग की है। आरआई संजय शुक्ला ने बताया कि अभी कुछ ही दिन पूर्व उनकी पोस्टिंग हुई है। उन्होंने बताया कि प्रकरण संज्ञान में नही है, फिर भी यदि ऐसा है तो जांच करके उचित कार्रवाई की जायेगी।
एसडीएम हीरालाल से दूरभाष पर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया, मगर उनका फोन नही उठा। तहसीलदार नृसिंगनरायन वर्मा ने बताया कि प्रकरण संज्ञान में नही है। फिर भी यदि ऐसा है तो पत्रावली तलब करके अभिलेखों से फर्जी अंकना खारिज कर उसका नाम दर्ज करवाया जायेगा।
Author: samachar
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