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10 January 2025 6:24 pm

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‘प्रकृति के आंगन में’ पुस्तक का विमोचन होगा काशी भूमि पर ; छह जिलों के रचनाकार होंगे सम्मानित

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

बांदा। शिक्षक साहित्यकार प्रमोद दीक्षित मलय के संपादन में “रुद्रादित्य प्रकाशन” प्रयागराज से प्रकाशित बेसिक शिक्षक-शिक्षिकाओं की प्रकृतिपरक रचनाओं पर आधारित साझा संग्रह “प्रकृति के आंगन में” का लोकार्पण 11 सितम्बर रविवार को वाराणसी में महामंडलेश्वर स्वामी अभिजितानंद महाराज जी की अध्यक्षता में होगा। मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर सुशील कुमार गौतम (डीन, शिक्षा विभाग काशी विद्यापीठ) का मार्गदर्शन पाथेय के रूप में मिलेगा। साथ ही अतिथि के रूप में विद्यापीठ एवं बीएचयू के प्रोफेसर उपस्थित रहेंगे। मुख्य अतिथि डायट सारनाथ के प्रभारी प्राचार्य होंगे।

आयोजक कमलेश कुमार पांडेय, अनिल राजभर, आलोक यादव, अरविन्द सिंह और डॉ. श्रवण कुमार गुप्त व्यवस्था को अंतिम रूप देने में जी जान से जुटे हैं। स्मृति दीक्षित एवं कुमुद भी सहयोगी की भूमिका में टीम के साथ प्रबंधन में लगी हैं।

उक्त जानकारी देते हुए प्रकृति के आंगन में पुस्तक के संपादक प्रमोद दीक्षित मलय (बाँदा) ने बताया कि बेसिक शिक्षा में कार्यरत रचनाधर्मी 104 शिक्षक-शिक्षिकाओं के प्रकृतिपरक लेख एवं कविताओं पर आधारित साझा संग्रह का लोकार्पण 11 सितम्बर रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे डायट सारनाथ के सभागार में महामंडलेश्वर एवं राष्ट्रीय संत स्वामी अभिजितानंद जी महाराज की अध्यक्षता में होगा। मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर सुशील कुमार गौतम (डीन, शिक्षा विभाग काशी विद्यापीठ) का मार्गदर्शन पाथेय के रूप में मिलेगा।

मुख्य अतिथि प्रभारी प्राचार्य डायट डॉ. सूर्यकांत त्रिपाठी मंच सुशोभित करेंगे तो वहीं अतिथि के रूप में डॉ. नीलम यादव (शोध प्रवक्ता, राज्य हिंदी संस्थान वाराणसी), डॉ. अजय सिंह (सहायक प्रोफेसर, बीएचयू), डॉ. वीणा वादिनी (सहायक प्रोफेसर, काशी विद्यापीठ) एवं डॉ. बी.एल. विश्वकर्मा (प्रवक्ता-अंग्रेजी) आदि साहित्य मनीषी मंच की गरिमा बनेंगे।

आयोजक मंडल के रचनाकार साथी कमलेश कुमार पांडेय, अनिल राजभर, आलोक यादव, अरविन्द सिंह और डॉ. श्रवण कुमार गुप्त सारी व्यवस्था की देखरेख करते हुए लोकार्पण समारोह सम्पन्न करायेंगे।

लोकार्पण पश्चात पुस्तक में शामिल रचनाकारों द्वारा कविता पाठ किया जायेगा। प्रकृति तथा मानव के परस्पर सह-सम्बंधों पर विचार-विमर्श कर प्रकृति संरक्षण पर बल दिया जायेगा।

इस अवसर पर समारोह में सहभागिता करने वाले वाराणसी, सोनभद्र, गाजीपुर, मऊ, गोरखपुर, जौनपुर आदि जनपदों के रचनाकारों को सम्मानित किया जायेगा।

डॉ.श्रवण कुमार गुप्त, कुमुद, स्मृति दीक्षित, आलोक यादव, शीला सिंह, अनिल राजभर, आभा त्रिपाठी, राजेंद्र प्रसाद राव, अरविन्द सिंह, डॉ. शालिनी सिंह, कमलेश कुमार पांडेय, गायत्री त्रिपाठी, राजबहादुर यादव, माधुरी जायसवाल, विजय मेंहदी, दुर्गेश्वर राय आदि रचनाकारों को प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया जायेगा।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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