संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत जहां सरकार गरीबों को आवास योजना का लाभ देने का काम कर रही है वहीं दूसरी ओर ग्राम प्रधान सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं व गरीब ग्रामीणों के आवास के लिए आए पैसे को अपने खाते में डलवाने का काम कर रहे हैं व सामग्री दिए जाने के नाम पर नकद पैसे ले रहे हैं जिसके कारण इन गरीब ग्रामीणों के आवास पूर्ण नहीं हो पा रहे हैं वहीं जब यह ग्रामीण जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत करते हैं तो वह भी इन गरीब ग्रामीणों की शिकायतों को नजर अंदाज कर देते हैं जिसके कारण ग्राम प्रधान और भी लापरवाह हो जाते हैं व मनमाने तरीके से इन गरीब ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के नाम पर लूटते हैं l
मऊ विकास खण्ड के ग्राम पंचायत गोइया खुर्द के मजरे पतेरी का मामला
मऊ विकास खण्ड के ग्राम पंचायत गोईया खुर्द में जानकी देवी ग्राम प्रधान हैं जिनकी प्रधानी उनके पति भीम पांडेय द्वारा की जा रही है जो ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर गरीब ग्रामीणों को लूटने का काम कर रहे हैं व उनके आवास के लिए आए पैसे को ग्राम प्रधान जानकी देवी व उनकी देवरानी उर्मिला देवी के खाते में डालने का काम कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत के मजरे पतेरी के गरीब आदिवासी मुन्ना पुत्र रामदास, सुनीता देवी पत्नी सोनू, बबलू पुत्र कमलेश, राजनाथ पुत्र मुन्नालाल, ललिता पत्नी बुद्धराज व सुमन देवी पत्नी नंदलाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि हम गरीब आदिवासी समाज के लोग हैं हमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास योजना का लाभ मिला था जिसका पूरा पैसा ग्राम प्रधान अपने खाते में डलवा लिया है व दूसरी किस्त का पैसा नकद निकलवा लिया है और खुद ले लिए है और सामग्री देने की बात कर रहा था व थोड़ा बहुत सामग्री देकर कह रहा है कि तुम्हारा पूरा पैसा खत्म हो गया है l
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ग्राम प्रधान की जालसाजी व धोखाधड़ी के शिकार यह गरीब आदिवासी ग्रामीण अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों से की व राजनाथ पुत्र मुन्ना ने शपथ पत्र दिया लेकिन आज तक इन ग्रामीणों को पैसा नहीं मिल पाया है l
वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब भी हम ग्राम प्रधान से अपने आवास के पैसे की बात करते हैं तो ग्राम प्रधान का कार्यभार संभालने वाले भीम पांडेय द्वारा हम ग्रामीणों को गाली गलौज की जाती है व यह कहा जाता है कि तुम्हे जो करना है कर लो मै तुम्हें पैसे नहीं दूंगा और न ही सामग्री दी दूंगा l
सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभार्थियों के खाते से अपने खाते में पैसे डलवाने वाले ग्राम प्रधान व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के विरुद्ध जांच कराकर जिला प्रशासन कब कार्यवाही करने का काम करेगा व कब गरीब आदिवासी ग्रामीणों को प्रधानमंत्री आवास योजना का पैसा मिल पाएगा व कब इन गरीब ग्रामीणों के आवास पूर्ण हो पाएंगे l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."