राकेश तिवारी की रिपोर्ट
गोरखपुर: जनपद के ग्रामीण विधानसभा से बीजेपी विधायक विपिन सिंह का एक नया विवाद सामने आया है। इस बार उन्होंने किसी पड़ोसी से नहीं बल्कि अपने ही बड़े भाई से विवाद कर लिया। भाजपा विधायक के बड़े भाई डॉ. कौशल किशोर का आरोप है कि विपिन सिंह उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। कौशल किशोर का कहना है कि विधायक विपिन सिंह ने घर पर ही उनके ऊपर रिवाल्वर तानकर जान से मारने की धमकी दी।
इतना ही नहीं बीजेपी विधायक विपिन सिंह पर उनके ही भाई ने आरोप लगाया कि विधायक ने उन्हें 30 अगस्त का छोड़कर जाने की धमकी दी है। डॉ. कौशल किशोर का आरोप है कि विपिन सिंह ने उनसे कहा कि अगली बार वह धमकी नहीं, बल्कि हत्या कर देंगे। विधायक और उनके भाई के बीच हुए विवाद का एख वीडियो भी सामने आया है। डॉ. कौशल किशोर ने भाजपा विधायक विपिन सिंह के खिलाफ कैंट पुलिस को तहरीर दी है। बीजेपी विधायक और उनके भाई के बीच हुए विवाद को पुलिस बीते 4 दिनों से खत्म करने की कोशिस कर रही है।
दोनों भाईयों में चल रहा प्रापर्टी का विवाद
डॉ. कौशल किशोर सिंह ने बताया कि विधायक विपिन सिंह और उनका परिवार कैंट इलाके के दाउदपुर में एक साथ एक ही मकान में रहता है। कुछ प्रापर्टी उनके पिता अंबिका सिंह के नाम है, जबकि कुछ प्रापर्टी मां के नाम है। आरोप है कि विधायक विपिन सिंह मां से पूरी प्रापर्टी अपने नाम कराना चाहते हैं। इस बात को लेकर परिवार में काफी दिनों से विवाद चल रहा है। डॉ. कौशल किशोर सिंह ने पुलिस को तहरीर दी है. तहरीर में कौशल किशोर ने बताया है कि उनके छोटे भाई विपिन सिंह प्रापर्टी को लेकर बड़े भाई से दुश्मनी रखते हैं। इसको लेकर विधायक की पत्नी नीता सिंह, बेटा आर्दश सिंह, बहन पूनम चंद पत्नी कमलेश सिंह आए दिन जान से मारने की धमकी देते रहते हैं।
इस मामले में विधायक विपिन सिंह का पक्ष नहीं मिल सका है। इस घटना के बाद से विधायक ने फोन उठाना बंद कर दिया। विधायक के पीआरओ प्रभा शकर त्रिपाठी ने फोन पर बताया कि विपिन सिंह का परिवारिक विवाद है। उन्होंने कहा कि घर की बात को कुछ लोग सड़क लाना चाहते हैं, जबकि विधायक ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं। बीजेपी विधायक के मीडिया प्रभारी वैभव अग्रहरी ने इस मामले को बेबुनियाद बताकर पल्ला झाड़ लिया।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि पुलिस को इस तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है। जबकि भाजपा विधायक के बड़े भाई डॉ. कौशल किशोर का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज करने से साफ इंकार कर दिया है। पुलिस का कहना है कि मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में लाया जाएगा। सीएम के निर्देश के बाद ही इस मामले में कोई कार्रवाई होगी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."