संवाददाता – विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत शिवपुर पंचायत के पँचायत सचिवालय में मुखिया सोनी देवी की अध्यक्षता में सोमवार को एक बैठक का आयोजन किया गया।
इस बैठक में पंचायत के सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापक, बीएलओ, वार्ड सदस्य, आंगनबाडी सेविका, स्वास्थ्य सहिया, जल सहिया व जनवितरण प्रणाली के दुकानदार शामिल हुए। मुखिया सोनी देवी ने सभी से अपने-अपने विभाग से जुड़े समस्या व विचार मांगी।
मध्य विद्यालय शिवपुर के प्रधानाध्यपक देवेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि यह पहली बार ऐसा अवसर आया है कि जब मैं अपने पंचायत मुखिया के सामने अपने विद्यालय से जुड़ी बातों को रख रहा हूँ। अगर इस तरह से पंचायत की सरकार अपने पंचायत के विकास के लिए ततपर रहेगी तो विकास तो होगा ही।
मध्य विद्यालय अधौरा के प्रधानाध्यपक मोहम्मद गुलाम कादिर ने कहा कि मेरे विद्यालय में बच्चों के पीने के लिए पानी का साधन नही है। बच्चे गांव के चापाकल पर जाकर पानी पीने के लिए विवश हैं।
प्राथमिक विद्यालय तेलियानीजामत के शिक्षक अखिलेश राम ने विद्यालय का चाहरदीवारी व शौचालय की समस्या रखी। मध्य विद्यालय देवदीह के प्रधानाध्यपक श्रीकांत पाण्डेय ने भी चहारदीवारी व पानी की समस्या को पंचायत की सरकार के पास रखा।
हरिजन टोला के शिक्षक ने बरसात में स्कूल तक आने जाने के लिए एक पुलिया के निर्माण करने, शौचालय व चहारदीवारी का निर्माण कराने व विद्यालय में बीजली कनेक्शन करने की बात रखी। मुखिया सोनी देवी ने सभी समस्याओं को नोट करते हुए सभी कामो को वरीयता के अनुसार पूरा करने की बात कही।
मुखिया ने पंचायत के सभी जनवितरण प्रणाली के दुकानदार को निर्देश देते हुए कहा की आप सभी प्रत्येक महीने राशन का वितरण 25 तारीख तक कर दिया करें। साथ ही लाभुकों को सही वजन व एक रुपये प्रति किलो ही राशन देने का सख्त निर्देश दिया गया। वहीं आंगनबाड़ी सेविका को केंद्र को प्रतिदिन खोलने, बच्चों, किशोरी व धात्री महिलाओं को प्रत्येक महीना राशन व पोषाहार देने की बात कही।उन्होंने प्रत्येक महीने बैठक करने की भी बात कही।
मौके पर मुखिया प्रतिनिधि अरुण राम, वार्ड पार्षद उमेश विश्वकर्मा, सहिया फूलकुमारी देवी, सरिता देवी, संजय पाण्डेय, राजेश्वर राम, समसुद्दीन अंसारी, दिलीप कुमार, युगेश कुमार रवि, उदय राम, मुखलाल साह, सेविका तारा देवी, निभा देवी सहित कई लोग उपस्थित थे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."