दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानपुर। माताटीला बांध से हर रोज डिस्चार्ज किए जा रहे लाखों क्यूसिक मीटर पानी की वजह से यमुना उफना रही है। गुरुवार को चिल्ला में यमुना खतरे के निशान 100 मीटर से करीब पौने दो मीटर ऊपर पहुंच गई।
इससे कानपुर-बांदा हाइवे पर पुल के ऊपर पार मार्ग के ऊपर से पानी गुजरने लगा है। कानपुर मार्ग बंद होने से वाहनों को दूसरी तरफ से गुजारा जा रहा है।
लगातार हो रही बारिश से बांध उफना रहे हैं। यहां से लाखों क्यूसिक मीटर पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। यमुना नदी चिल्ला में लगातार बढ़ रही है। बुधवार को यमुना का जल स्तर खतरे के निशान से 1.30 मीटर ऊपर था।
पुलिस प्रशासन द्वारा वाहनों को इधर, हमीरपुर के रास्ते के से गुजारा जा रहा है। इसके अलावा चिल्ला क्षेत्र के करीब दस गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। यहां पुलिस प्रशासन द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। यहां सबसे ज्यादा दिक्कत मवेशियों को हो रही है।
डीएम के सख्त निर्देश के बाद गुरुवार को पशुपालन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गांवों में पहुंचे हैं। हालांकि ग्रामीणों में प्रशासन से आपेक्षित सहयोग न मिल पाने के कारण रोष व गुस्सा भी है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक यमुना का जल स्तर प्रति घंटे चार सेंटीमीटर के हिसाब से बढ़ रहा है। दोपहर बाद इसके स्थिर होने की संभावना है। केन नदी खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे आ गई है।
इससे केन के तटवर्ती गांवों में फिलहाल बाढ़ का खतरा टल गया है। उधर, अपर जिलाधिकारी उमाशंकर त्रिपाठी का कहना है कि बाढ़ की स्थिति भयावह हो रही है। एसडीएम पैलानी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित लेखपालों को मौके पर लगाया गया है। स्टीमर के इंतजाम किए गए हैं।
Author: samachar
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