संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कई प्रखंडों सहित कांडी प्रखण्ड भी पूरी तरह सुखाड़ की चपेट में है। किसानों का भदईं फसल पूरी तरह चौपट हो चुका है। धान की रोपनी 10 प्रतिशत भी किसान नहीं कर पाए हैं, जो धान बोया गया है वह भी पानी के अभाव में सूख रहा है। फल-सब्जी, तिलहन व दलहन पूरी तरह चौपट है। ऐसे में गढ़वा जिला को अकाल क्षेत्र घोषित कर तत्काल राहत कार्य चलाया जाए।
उक्त सभी बातें भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामलला दुबे ने कही। मंगलवार को कांडी प्रखण्ड कार्यालय परिसर में आयोजित “प्रशासन आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय शिविर में पहुंचे उपायुक्त रमेश घोलप को उन्होंने एक मांग पत्र सौंपा।
मांगपत्र के अनुसार नए सिरे से खेती करने के लिए प्रत्येक किसान को खेत तक ओपन बोरिंग व हर किसान की खेत तक बिजली का कनेक्शन देने, बकाया बिल माफ करने व सुखाड़ तक बिजली बिल मुफ्त करने, सुखाड़ में खेती करने के लिए सुखाड़ योग्य बीज, खाद व कीटनाशक दवा उपलब्ध कराने, किसान फसल राहत योजना के तहत सभी प्रखंडों में पंचायत स्तर पर कैंप लगाकर फसल राहत योजना का आवेदन लेकर तत्काल सूखा राहत कार्य चलाने, किसानों का पुराना कृषि ऋण माफ कर नए कृषि ऋण दिलवाने, प्रधानमंत्री आवास के लाभुकों को बालू मुहैया कराने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि सुखाड़ को देखते हुए मनरेगा योजना पूरे जिले में चलाई जाए, जिससे पलायन को रोका जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि जिले के सभी प्रखंडों सहित कांडी प्रखण्ड में प्रधानमंत्री आवास प्लस में गलत लेबर कार्ड का एंट्री करने से हजारों प्रधानमंत्री आवास के लाभुकों का आवास लंबित है।
श्री दुबे ने कहा कि कांडी प्रखंड मुख्यालय में वर्षों से अंचल अधिकारी का पद रिक्त है। अंचल अधिकारी का पदस्थापना शीघ्र कराया जाए। कांडी अस्पताल में एमबीबीएस डॉक्टर की नियुक्ति कराई जाए व सभी उप स्वास्थ्य केंद्रों को चालू कराया जाए।
उन्होंने कहा कि भीषण अकाल को देखते हुए सभी स्कूलों में किसान के बच्चों के लिए प्लस टू का नामांकन निःशुल्क कराने व पशुओं के लिए पशु चारा की व्यवस्था उपलब्ध कराने की मांग की है।
बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने की आवश्यकता
भदईं व खरीफ दोनों फसल पूर्ण रूप से नष्ट हो चुकी हैं। ऐसे में बिजली व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त कर रवि फसल की पैदावार सुनिश्चित करना सख्त जरूरी है। इस परिस्थिति में कृषि फीडर अलग करके जले हुए तमाम ट्रांसफार्मर व जर्जर तार पोल को बदलकर किसानों की फसल की सिंचाई के लिए कूप व ओपन बोरिंग तक निशुल्क कनेक्शन दिया जाए।
उक्त सभी बातें कांडी प्रखण्ड बिस सूत्री अध्यक्ष चंद्रशेखर उपाध्याय उर्फ विकास उपाध्याय ने कही।
मंगलवार को प्रखण्ड कार्यालय परिसर में आयोजित “प्रशासन आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत एकदिवसीय शिविर में पहुंचे उपायुक्त रमेश घोलप को उन्होंने एक मांगपत्र सौंपा। उन्होंने मांगपत्र सौंपते हुए कहा कि पूरे कांडी प्रखंड के प्रत्येक गांवों में नील गायों का आतंक बढ़ गया है। किसान खून पसीने एक कर अपनी खेतों में फसल उगाते हैं और उनकी मेहनत पर पानी फिर जाता है। निराश किसानों ने हजारों एकड़ जमीन में खेती करना छोड़ दिया। नीलगायों के द्वारा फसलों को चट कर दिया जाता है। इसका उचित उपाय किया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि कांडी ऐसा एकलौता प्रखण्ड है, जहां प्रखण्ड मुख्यालय में ही एक अस्पताल है, जो मात्र 6 घंटे खुलता है। इसमें पर्याप्त डॉक्टर, नर्स, स्टाफ व दवाओं की व्यवस्था करते हुए 24 घंटा खोला जाए। साथ ही प्रखण्ड के सभी स्वास्थ्य उपकेंद्र को नियमित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रखंड के लगभग 16 गांव की जमीन का ऑनलाइन मोटेशन नहीं हुआ है, जिसके कारण वहां के लोगों को पीएम किसान झारखंड राहत फसल योजना का लाभ लेने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। श्री उपाध्याय ने उपायुक्त से उक्त सभी समस्याओं का समाधान करने हेतु मांग की है।
मांगपत्र सौंपने वालों में भाजपा नेता शशिरंजन दुबे, विनोद प्रसाद व अन्य लोग शामिल थे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."