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November 2, 2024 5:51 pm

विगत दो वर्षों में मुख्यमंत्री योगी को मिली 10 बार जान से मारने की धमकी

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ज़ीशान मेहदी की रिपोर्ट 

सीएम योगी को धमकी देने का पहला मौका नहीं है। पिछले 2 साल में उन्हें 10 बार जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है। धमकी सबसे अधिक यूपी पुलिस के डायल-112 के वॉट्सऐप नंबर 70570000100 पर आई है।

13 अगस्त 2022 को लखनऊ के आलमबाग में भारतीय किसान मोर्चा के नेता देवेंद्र तिवारी के घर के सामने एक लावारिस बैग मिला। बैग से निकाले गए पत्र में देवेंद्र तिवारी के साथ योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की बात लिखी गई थी। देवेंद्र ने आलमबाग पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि पत्र भेजने वाला कोई सलमान सिद्दीकी है। देवेंद्र ने स्लाटर हाउस को लेकर जो PIL दायर की है वही धमकी की वजह है।

2 अगस्त 2022 को पुलिस के डायल 112 के वॉट्सऐप नंबर पर शाहिद नाम के व्यक्ति ने योगी को तीन दिन के अंदर बम से उड़ाने की धमकी दी। धमकी मिलते ही डायल 112 के ऑपरेशन कमांडर सुभाष कुमार ने सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मामला दर्ज करवा दिया। थाने के प्रभारी निरीक्षक इंस्पेक्टर शैलेंद्र गिरी ने जांच की और 14 अगस्त को आरोपी सरफराज को राजस्थान के भरतपुर के सतपुरा गांव से गिरफ्तार कर लिया।

गो रक्षा नीति को लेकर जान से मारने की धमकी 1 दिसंबर 2021 को योगी आदित्यनाथ और भारतीय किसान मोर्चा के नेता देवेंद्र तिवारी को जान से मारने की धमकी मिली। इस बार लेटर डाक के जरिए लखनऊ पहुंचा था। पत्र भेजने वाले का नाम इसमें मो. अजमल लिखा था। पते की जगह पर देवबंद, बरेली दर्ज था। आलमबाग पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू की पर आरोपी को नहीं पकड़ पाई।

14 अगस्त को पकड़े गए सरफराज को ही इस धमकी से जोड़कर देखा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने भी पुरानी धमकियों में सरफराज के शामिल होने की आशंका जताई थी।

सीएम के पास चार दिन, 5वें दिन मार दूंगा

29 अप्रैल 2021 को डायल 112 के वॉट्सऐप नंबर पर मैसेज आया, “सीएम के पास चार दिन है, मेरा जो कहना है कर लो, पांचवें दिन योगी को जान से मार दूंगा।” मैसेज मिलते ही ऑपरेशन कमांडर अंजुल कुमार सुशांत गोल्फ सिटी थाने पहुंचे और FIR दर्ज करवाया। सर्विलांस की टीम ने लोकेशन के आधार पर जांच की लेकिन आरोपी नहीं पकड़ा जा सका।

24 घंटे के अंदर योगी को AK-47 से मारूंगा

11 जनवरी 2021 को डायल 112 के वॉट्सऐप नंबर पर रात के 8 बजकर 7 मिनट पर 887402**** नंबर से मैसेज आया। उसमें लिखा, “योगी को जान से मारेंगे, खोज सकते हो तो खोज लो, AK-47 से 24 घंटे के अंदर मारूंगा।” ऑपरेशन कमांडर सहेंद्र यादव ने उसी दिन सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने दो दिन बाद ही बलिया से आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया। बाद में पता चला वह मानसिक रूप से कमजोर था।

धमकी की पांच घटनाओं को जानने के बाद अब पहले योगी की सुरक्षा जान लेते हैं, उसके बाद बाकी की पांच बातें बताते हैं।

सीएम बने तो सुरक्षा Y+ से Z+ में बदल गई

योगी आदित्यनाथ जब सांसद थे उस वक्त उन्हें Y+ सुरक्षा मिली थी। तब CISF और पुलिस के 11 जवान उनके साथ रहते थे। 19 मार्च 2017 को सीएम बने तो इंटेलिजेंस ब्यूरो ने होम मिनिस्ट्री को रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में योगी की जान को खतरा बताया।

31 मार्च 2017 को योगी को Z+ सुरक्षा के साथ NSG कवर दिया गया। पीएम मोदी के बाद देश में सबसे मजबूत सुरक्षा योगी की ही है। योगी के आसपास अब 36 जवान होते हैं। इसमें 10 NSG के कमांडो होते हैं। यह सीएम के एकदम बगल चलते हैं।

पुलिस के डायल 112 पर आई धमकी

11 दिसंबर 2020 को पुलिस सेवा डायल 112 के वॉट्सऐप नंबर 9458503171 पर धमकी भरा मैसेज आया। मैसेज में लिखा गया, सीएम योगी आदित्यनाथ को जल्द ही बम से उड़ा दूंगा। घटना के अगले दिन पुलिस ने FIR दर्ज की। पुलिस ने जांच शुरू की, योगी की सुरक्षा को और पुख्ता किया। हालांकि आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।

नाबालिग लड़के ने धमकी दी फिर मैसेज डिलीट कर दिया

22 नवंबर 2020 को डायल 112 के वॉट्सऐप नंबर पर योगी को जान से मारने की धमकी का मैसेज आया। 23 नवंबर की सुबह सुशांत गोल्फ सिटी में मामला दर्ज कर लिया गया। साइबर सेल ने नंबर जांचा तो लोकेशन आगरा की मिली। गोल्फ सिटी के थाना प्रभारी सचिन सिंह के साथ टीम आगरा के अकोला गांव पहुंची और आरोपी नाबालिग लड़के को गिरफ्तार कर लिया।

12वीं के छात्र ने कहा, योगी को मारने वाला हूं

7 जुलाई 2020 को डायल 112 के वॉट्सऐप नंबर पर मैसेज आया कि जल्द ही योगी आदित्यनाथ को जान से मार दूंगा। सुशांत गोल्फ सिटी थाने में अहिमामऊ चौकी इंचार्ज की शिकायत पर एफआईआर दर्ज हुई। जांच हुई तो पता चला धमकी देने वाला कानपुर देहात का है। 12वीं में पढ़ाई करता है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया था।

योगी मुसलमानों का दुश्मन है, मार दूंगा

21 मई 2020 को डायल 112 के वॉट्सऐप पर मैसेज आया, “मैं योगी को बम से मारने वाला हूं, मुसलमानों की जान का दुश्मन है वो।” पुलिस ने 19 मिनट के अंदर गोमतीनगर थाने में FIR दर्ज करवाई। पुलिस ने 882845**** की लोकेशन चेक की तो पता चला नंबर महाराष्ट्र में एक्टिव है। महाराष्ट्र एटीएस ने मुंबई के चूनाभट्टी इलाके से कामरान नाम के लड़के को गिरफ्तार कर लिया। कामरान पांचवी पास था। ड्रग्स लेता था।

बिहार पुलिस के सिपाही ने दी धमकी

24 अप्रैल 2020 को बिहार पुलिस के सिपाही ने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, “दिलदार नगर और पूरे कामसरोवर में अजान नहीं हो रही है, योगी को गोली मार दो।” पोस्ट जैसे ही सामने आया लोगों ने उसका स्क्रीनशॉट लेकर ट्वीट कर दिया। यूपी पुलिस हरकत में आई और आरोपी तनवीर खान को बिहार के नालंदा से गिरफ्तार कर लिया। तनवीर गाजीपुर के दिलदार नगर थाना क्षेत्र के रकसदा गांव का रहने वाला था।

योगी तक बिना जांच पहुंचना असंभव

कोई भी व्यक्ति योगी आदित्यनाथ तक आसानी से नहीं पहुंच सकता। जब वह अपने ऑफिस में होते हैं तब उनसे मिलने वाले की पूरी जांच होती है। कहीं बाहर जाते हैं तब ट्रैफिक एडवायजरी जारी होती है। 24 घंटे पहले एक प्रेस नोट जारी करके लोगों को सूचित कर दिया जाता है कि इन रास्तों से न निकलें। कई बार सुरक्षा के लिहाज से अंतिम वक्त पर रास्ता बदल जाता है। योगी दूसरे राज्य जाते हैं तब भी सुरक्षा के लिहाज से कोई परिवर्तन नहीं होता। एनएसजी के कमांडो लगातार उनकी सुरक्षा में तैनात रहते हैं।

योगी की सुरक्षा में हर महीने 1 करोड़ 39 लाख खर्च

2017 में सपा के शतरुद्र प्रकाश ने योगी की सुरक्षा पर हो रहे खर्च को लेकर सवाल किया। सरकार की तरफ से जवाब आया कि हर महीने 1 करोड़ 39 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं। सुरक्षा में एक अपर पुलिस अधीक्षक, सात पुलिस उपाधीक्षक, 52 निरीक्षक, 21 उप निरीक्षक, 23 मुख्य आरक्षी और 127 आरक्षी तैनात किए गए हैं। हालांकि इसमें NSG पर होने वाला खर्च शामिल नहीं है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."