दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
कानून का शिकंजा कसते ही नोएडा के गालीबाज ने नेता श्रीकांत त्यागी की सारी हेकड़ी निकलने के साथ ही सुर भी बदल गए हैं। कल तक वह सोसाइटी की जिस महिला को गालियां देकर अपना रौब झाड़ रहा था, अब वह उसे अपनी बहन बता रहा है। इतना ही नहीं, इस घटना को एक राजनीतिक साजिश करार दे रहा है।
नोएडा सेक्टर 93-बी स्थित ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में महिला से गाली-गलौज और हाथापाई करने के मामले में गिरफ्तार आरोपी श्रीकांत त्यागी को मंगलवार को सूरजपुर कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
श्रीकांत त्यागी ने अदालत से ले जाते समय कहा कि मैं घटना पर खेद व्यक्त करता हूं। वह महिला मेरी बहन की तरह है, यह घटना राजनीतिक है और मुझे राजनीतिक रूप से खत्म करने के लिए की गई थी।
तीन साथियों के साथ मेरठ से हुआ था गिरफ्तार
नोएडा पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि श्रीकांत त्यागी को आज सुबह उसके तीन साथियों के साथ मंगलवार को मेरठ से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस द्वारा श्रीकांत त्यागी से गहनता से पूछताछ की जा रही है कि उसे फरार रहने के दौरान किस-किस ने शरण दी थी। कमिश्नर ने बताया कि त्यागी ने एक कार पर विधायक का स्टिकर लगाकर अपनी पहचान गलत तरीके से पेश की थी और यह स्टीकर उसे समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था।
उन्होंने कहा कि त्यागी मौर्य का सहयोगी रहा है और ये स्टिकर उसे स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिए थे। पुलिस ने त्यागी की पांच कारों को जब्त कर लिया है। उसने अपने वाहनों के लिए विशेष नंबर प्लेट भी खरीदी थीं और हर नंबर के लिए त्यागी ने 1.10 लाख रुपये का भुगतान किया था। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मौर्य से जुड़े त्यागी के दावे की सत्यता की जांच की जाएगी।
Author: samachar
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