कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
जौनपुर : जौनपुर जिले के मड़ियाहूं तहसील से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। तहसील क्षेत्र के अंतर्गत चतुर्भुजपुर गांव का रहने वाला युवक सऊदी अरब में बंधक बना लिया गया था। सऊदी अरब में उससे बकरी चरवाया जाता था और प्रताड़ित भी किया जाता था। चार माह पहले उसे युवक ने वीडियो बनाकर अपने घर वालों को सूचना दिया। विदेश में बेटे को बंधक बनाए जाने पर माता-पिता काफी परेशान हो गए उसके बाद जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर बेटे को वापस बुलाने का अनुरोध किए थे। अब शनिवार को जब युवक अपने घर पहुंचा तो ढोल नगाड़े बजाकर माला पहनाकर उसका स्वागत किया गया। मां ने माथे पर चंदन का टीका लगाया और गांव वालों को मिठाई भी खिलाई।
मड़ियाहूं तहसील क्षेत्र के चतुर्भुजपुर गांव के रहने वाले सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उनका बेटा विपिन सिंह पहले मुंबई में काम करता था। इसी साल उसकी मुलाकात महाराजगंज निवासी सुशील से हुई। सुशील ने गोरखपुर के रहने वाले अहमद नामक एजेंट से विपिन की मुलाकात कराई। अहमद ने सऊदी अरब में वेटर का काम करने पर मोटी कमाई करने के बाबत जानकारी दी। इसके लिए अहमद द्वारा डेढ़ लाख रुपए मांगे गए। पिता सुरेंद्र सिंह ने डेढ़ लाख रुपए कर्ज लेकर अपने बेटे विपिन को 8 अप्रैल 2022 को सऊदी अरब भेज दिया।
जंगल में बना लिए बंधक और चरवाने लगे बकरी
विपिन जब सऊदी अरब में गया तो वहां पर मौजूद एजेंट के जानने वाले उसे तमिल दस्तानी नामक सेठ के यहां ले गए। वेटर का काम करने की जगह उसे बकरी और ऊंट चराने के लिए जंगल में भेज दिया गया। विरोध करने पर लोगों ने विपिन के साथ मारपीट भी किया। उनकी प्रताड़ना बढ़ गई तो मई में विपिन ने अपने घर वीडियो कॉल करके अपनी दास्तान सुनाई। उसके बाद माता पिता ने जिलाधिकारी जौनपुर सहित अन्य अधिकारियों से बेटे को वापस बुलाने की मांग किये।
भारतीय दूतावास ने किया मदद
शनिवार को अपने घर पहुंचने पर विपिन सिंह ने बताया कि सेठ के यहां काम करने वाले एक अन्य भारतीय युवक ने उसे 100 रियाल देकर भारतीय दूतावास भेजा। विपिन सिंह 140 किलोमीटर पैदल और लोगों से लिफ्ट ले-लेकर भारतीय दूतावास पहुंचा। वहां पहुंचने के बाद उसने अधिकारियों से पूरी बात बताई। दूतावास के अधिकारियों ने उसका टिकट करवाने के साथ ही उसे एयरपोर्ट तक भी पहुंचाया।
पिता ने कहा कि बेटे का हुआ पुनर्जन्म
उनका बेटा विपिन शनिवार को जब घर लौटा तो गांव में उसके स्वागत के लिए ढोल नगाड़े बजाए गए। उसकी मां संजू देवी ने चंदन तिलक लगाकर उसका स्वागत किया। गांव में मिठाई भी बांटी गई। सऊदी अरब से बेटे के सकुशल लौट आने के बाद उसके पिता सुरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि उनके बेटे का पुनर्जन्म हुआ है। उन्होंने जिलाधिकारी जौनपुर और सरकार को भी धन्यवाद दिया।
Author: samachar
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