दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
ALT NEWS के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर की जमानत याचिका पर शुक्रवार (8 जुलाई 2022) को सुनवाई की गयी। इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से पेश हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एस वी राजू ने कोर्ट के समक्ष तर्क दिया कि यति नरसिंहनद सरस्वती, बजरंग मुनि और आनंद स्वरूप को ‘घृणा फैलाने वाले’ कहने वाले उनके ट्वीट ने अनुयायियों को नाराज कर दिया था।
एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ने कोर्ट में कहा कि बजरंग मुनि सीतापुर में सम्मानित महंत हैं। उन्होंने कहा, “बजरंग मुनि एक सम्मानित महंत हैं। वह सीतापुर में एक बड़े धार्मिक नेता हैं जिनके कई अनुयायी हैं। जब आप किसी धार्मिक नेता को नफरत फैलाने वाला कहते हैं, तो यह समस्या खड़ी कर देता है।” एस वी राजू ने कहा कि यूपी में बहुत से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
बजरंग मुनि की बात की जाए तो 38 साल के महंत यूपी के सीतापुर जिले के खैराबाद में ‘श्री लक्ष्मणदास उदासीन आश्रम’ चलाते हैं। हालांकि, उन्हें मूल रूप से प्रतापगढ़ जिले के रानीगंज का रहने वाला बताया जाता है। उन्हें जानने वालों के अनुसार, वह एक एयरलाइन कंपनी में काम करते थे। कुछ आध्यात्मिक गुरुओं से मुलाकात के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला किया और ‘उदासीन अखाड़ा’ में शामिल हो गए। सीतापुर आने से पहले वे प्रयागराज, नासिक और आजमगढ़ में भी रह चुके थे।
‘हिंदू नव वर्ष’ की पूर्व संध्या पर, देश भर में सांप्रदायिक तनाव की कई घटनाओं के बीच महंत बजरंग मुनि के कुछ भड़काऊ वीडियो सामने आए थे। ऐसे ही एक वीडियो में उन्हें एक हिंदू महिला को परेशान करने पर दूसरे समुदाय की महिलाओं से बलात्कार की धमकी देते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में कार के अंदर बैठे हुए बजरंग मुनि कह रहे हैं, “मैं आपको प्यार से बता रहा हूं। अगर आप एक भी हिंदू लड़की को परेशान करते हैं, तो मैं आपकी बेटियों को आपके घरों से उठाकर खुले तौर पर बलात्कार करूंगा।”
बयान के लिए मांगी थी माफी: इस वीडियो के सामने आने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी। पुलिस द्वारा उनके खिलाफ FIR दर्ज करने के कुछ घंटों बाद, अपने बयान के लिए माफी मांगते हुए महंत बजरंग मुनि का एक और वीडियो सामने आया।
इस नए वीडियो में उन्होंने कहा, “ मैं सभी माताओं और बहनों से माफी मांगना चाहता हूं। अगर मेरे वायरल वीडियो ने उन्हें आहत किया है, तो कृपया मुझे क्षमा करें। मैं सभी महिलाओं का सम्मान करता हूं।” उन्होंने यह भी दावा किया कि वीडियो से छेड़-छाड़ की गयी है और उसे संदर्भ से बाहर दिखाया गया है। बजरंग मुनि के पुराने विवादों की बात की जाए तो सीतापुर में उनसे जुड़े कई विवाद शामिल हैं।
हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में सीतापुर सदर सीट से हारने वाले उम्मीदवार साकेत मिश्रा ने ‘समाचर दर्पण 24’ को बताया कि इलाके के स्थानीय लोगों ने बजरंग मुनि के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की थीं। मुनि पर आश्रम के चारों ओर की भूमि हथियाने के लिए उन्हें धमकी देने और परेशान करने का आरोप लगाया गया था।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."