जावेद अंसारी की रिपोर्ट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में इन दिनों अनोखे ट्रांसफर ने सबको हैरत में डाल दिया है। सरकारी अस्पतालों में तैनात डेंटल हाइजिनिस्ट के तबादले में बड़े पैमाने में गड़बड़ियां उजागर हो रही हैं। आलम यह है कि डॉक्टर्स के बाद दो डेंटल हाइजिनिस्ट का उनके निधन के बाद ट्रांसफर कर दिया गया। वह अभी भी सरकारी दस्तावेजों में जिंदा हैं, उनका तबादला कर दिया गया। दिव्यांगों के भी तबादले कर दिए गए हैं। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने इन तबादलों पर सवाल खड़े किए हैं। इससे पहले भी स्वास्थ्य विभाग से कई ऐसे लोगों के ट्रांसफर किए जाने की बात सामने आई जो अब इस दुनिया में है ही नहीं। जैसे-जैसे डॉक्टर-कर्मचारियों के पास तबादले की सूची पहुंच रही है, खामियां उजागर हो रही हैं।
लखनऊ वजीरगंज के स्व. अरुण कुमार यादव और जौनपुर से स्व.विजय प्रकाश श्रीवास्तव का ट्रांसफर उनके निधन के बाद कर दिया गया है। विजय प्रकाश श्रीवास्तव जौनपुर के मछली शहर में तैनात डेंटल हाइजिस्ट का दो साल पहले निधन हो चुका है। उनका तबादला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुजानगंज में कर दिया गया है। इसी तरह स्व. अरुण कुमार यादव का निधन 18 दिसंबर 2021 को हो चुका है। सरकारी दस्तावेजों में उन्हें जिंदा दिखाते हुए उन्हें अमेठी के सिंहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डेंटल हाइजिनिस्ट पद पर तैनात रहे अरूण का तबादला तिलोई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कर दिया गया है। कई जगह ऐसा भी हुआ है कि एक ही जगह दो-दो कर्मचारियों के तबादले कर दिए हैं।
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 710 डेंटल हाइजिनिस्ट हैं जिनमें से 565 के ट्रांसफर कर दिए गए हैं। इऩमें दिव्यांग डेंटल हाइजिनिस्ट भी तैनात हैं। अलीगढ़ में तैनात बीबी शर्मा का तबादला अतरौली में कर दिया। मुजफ्फरनगर के मौरना में तैनात अमित वर्मा का तबादला खतौली स्वास्थ्य केंद्र में कर दिया गया। यहां तक कि तीन साल से कम नौकरी कर रहे 15 से अधिक डेंटल हाइजिनिस्ट का तबादला कर दिया गया है जो नियमानुसार गलत है।
गौरतलब है कि इंडियन डेंटल हाइजिनिस्ट एंड टेक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मुलाकात की। तबादले में खामियों को उजागर करते हुए पूरी स्थिति से अवगत कराया। बड़ी संख्या में डीएनबी के गाइड डॉक्टरों का तबादला कर दिया गया है। यह भविष्य के डीएनबी छात्रों को खतरा बताया गया है।
Author: samachar
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