छत्तीसगढ़ ब्यूरो रिपोर्ट
बिलासपुर छत्तीसगढ़। हमर छत्तीसगढ के लोक संस्कृति पारंपरिक भोजली पर्व को सभी जाति वर्गो के के लोग मानते है। उस दिन को मितानिन मितान के दिन कहा जाता है।
भोजली पर्व हमारा छत्तीसगढ़ राज्य में विशेष स्थान की दर्जा देने की मांग को लेकर पोस्ट कार्ड अभियान चलाया जा रहा है। मुक्यमंत्री जी के नाम से । इसमें छत्तीसगढ़ वासी के द्वारा गांव शहर बीच जोरदार सहयोग एवं समर्थन मिल रहा है।
प्रमुख रूप से नरेंद्र श्रीवास ,पार्षद प्रतिनिधि, , श्रीनु राव, पूर्व पार्षद , राम जी पांडे जी , अमन सिन्हा ,नंदकिशोर यादव यादव समाज के जिला उपाध्यक्ष ,समाज सेवा, शुभम यादव, यादव समाज के जिला महामंत्री , सोनू भास्कर, अशोक यादव, समाज सेवा ,आनंद राम बंजारे , लक्ष्मण दास ,भोजली महोत्सव समिति तोरवा के अध्यक्ष शंकर यादव, गंगेश्वर सिंह,सुनील भोई, मुकेश केवट गीता रजक शशि सैनिक मनोहर पटेल,संजय पटेल,, मनीष पटेल ।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."